Ajax Engineering के IPO में निवेशकों की दिलचस्पी घटी, GMP में गिरावट दर्ज

Ajax Engineering का IPO: निवेशकों की प्रतिक्रिया
10 फरवरी, 2025 को जैसे ही Ajax Engineering का IPO मार्केट में आया, निवेशकों की प्रतिक्रिया में कमी दिखाई दी। इसका मुख्य कारण था Grey Market Premium (GMP) में लगातार गिरावट। जहां पहले यह ₹57 पर था, वहीं 10 फरवरी को यह गिरकर ₹31 पर आ गया। इससे साफ होता है कि निवेशकों के बीच अंशदारी को लेकर आत्मविश्वास में कमी आई है, खासकर सूचीबद्धता के पूर्व।
इस IPO का कुल आकर ₹1,269.35 करोड़ रखा गया था, जिसमें 2.02 करोड़ शेयरों की पेशकश हुई। प्राइस बैंड ₹599 से ₹629 प्रति शेयर तय किया गया था। हालांकि, पहले दिन का सब्सक्रिप्शन केवल 28% पर रुका रहा। इसमें रिटेल निवेशकों ने 29% जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों ने 28% का हिस्सा डाला।
आर्थिक चुनौतियाँ एवं कंपनी की स्थिति
Ajax Engineering कर्नाटक की एक बड़ी कॉन्क्रीटिंग उपकरण निर्माण कम्पनी है, जिसका राजस्व वित्त वर्ष 2024 में ₹1,741 करोड़ था और लाभ ₹225 करोड़ पर रहा। हालांकि, इसकी निवेशात्मक नकद प्रवाह नकारात्मक है, जो वित्त वर्ष 2024 में -₹1,155.8 करोड़ था।
पहुंच का संकीर्ण दायरा और मौसमी व्यवसाय से जुड़े जोखिमों ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है। कंपनी के Price-to-Earnings (P/E) अनुपात को देखें तो यह 32x है, जो उद्योग के औसत 45.36x से कम है। इससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी को अपने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धा करनी होगी।
इस IPO के प्रमुख प्रबन्धकों में ICICI Securities, Citigroup, JM Financial, SBI Capital Markets, और Nuvama Wealth Management शामिल हैं। इन प्रबंधकों की भूमिका इस चुनौतीपूर्ण बाजार माहौल में IPO की सफलता दिलाने में अहम होगी।
समय आने पर देखना होगा कि Ajax Engineering का यह IPO निवेशकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है, खासकर जब सूचीबद्धता की तारीख 17 फरवरी, 2025 पर करीब है।