अमेरिकी राजनीतिक वैज्ञानिक इयान ब्रेमर का अनुमान: 2024 के लोकसभा चुनावों में BJP को मिलेंगी 305 सीटें
                                                
                        अमेरिका के प्रसिद्ध राजनीतिक वैज्ञानिक और यूरेशिया ग्रुप के संस्थापक इयान ब्रेमर ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर एक दिलचस्प भविष्यवाणी की है। NDTV प्रॉफिट को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 295 से 315 सीटों के बीच जीत मिलने की संभावना है, जिसका औसत 305 है।
ब्रेमर ने जोर देकर कहा कि वैश्विक परिप्रेक्ष्य से देखें तो भारत का चुनाव स्थिर दिख रहा है, जबकि अमेरिका के आगामी चुनावों में कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र मजबूत है और यहां के मतदाता जागरूक हैं। वे अपने हितों के अनुसार वोट देते हैं।
इयान ब्रेमर की यह भविष्यवाणी भारतीय चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के अनुमान के अनुरूप है। किशोर ने भी हाल ही में कहा था कि 2024 में BJP को 2019 के मुकाबले ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। उन्होंने कहा था कि पार्टी को 300 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद है।
BJP का प्रदर्शन रहा है शानदार
बीते कुछ वर्षों में BJP का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अकेले दम पर 282 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। 2019 में उसने अपनी सीटें बढ़ाकर 303 पर पहुंचा दीं। राज्यों में भी BJP का दबदबा देखने को मिला है।
विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति BJP की इस सफलता के पीछे प्रमुख कारण हैं। दोनों नेताओं ने मिलकर संगठन को मजबूत किया है और जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया है।
साथ ही, विपक्षी दलों में एकजुटता की कमी और उनमें किसी बड़े नेता के न होने का भी BJP को फायदा मिला है। कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है और क्षेत्रीय पार्टियां अपने-अपने राज्य तक सीमित हैं। ऐसे में BJP को टक्कर देना मुश्किल हो रहा है।
2024 की तैयारी में जुटी BJP
BJP पहले से ही 2024 के चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। पार्टी ने विभिन्न राज्यों में अपने संगठन को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए वह जमीनी स्तर पर सक्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर फोकस कर रही है।
इसके अलावा, पार्टी आगामी राज्य विधानसभा चुनावों पर भी नजर बनाए हुए है। इस साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। BJP इन राज्यों में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश करेगी।
विपक्ष के लिए चुनौती
BJP के इस प्रदर्शन ने विपक्षी दलों के सामने एक बड़ी चुनौती पेश कर दी है। उन्हें एकजुट होकर मजबूत रणनीति बनानी होगी। साथ ही, उन्हें अपने संगठन को भी मजबूत करना होगा और चुनाव प्रचार में नई ऊर्जा का संचार करना होगा।
हालांकि, विपक्षी नेता BJP के खिलाफ एकजुट होने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस पहल देखने को नहीं मिली है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पीएम मोदी के चेहरे के सामने अपना चेहरा पेश करने की है।
निष्कर्ष
इयान ब्रेमर और प्रशांत किशोर के अनुमानों ने साफ कर दिया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव BJP के लिए आसान होने वाला है। पार्टी को बड़ी जीत मिलने के आसार हैं। हालांकि, राजनीति में कुछ भी अंतिम नहीं होता। अभी चुनाव में एक साल से ज्यादा का वक्त है। इस दौरान कई उलटफेर देखने को मिल सकते हैं। लेकिन फिलहाल BJP मजबूत स्थिति में नजर आ रही है और उसके प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी मेहनत करनी होगी।
Raj Entertainment
मई 23, 2024 AT 01:59ये सब अमेरिकी विश्लेषकों का निकाला हुआ नंबर है, असल में तो हमारे गांव के लोग भी बता सकते हैं कि कौन जीतेगा। बस इनको अपना बिजनेस चलाना है।
Manikandan Selvaraj
मई 24, 2024 AT 03:57BJP को 305 सीटें दे देंगे तो क्या हुआ बेटा तुम लोग तो अभी तक जमीन पर चल नहीं पाए तो इन बाहरी विश्लेषकों को भरोसा कर रहे हो जो भारत की गलियों को तक नहीं देखे
Naman Khaneja
मई 24, 2024 AT 19:18भाई ये तो बहुत अच्छी बात है 😊 जब दुनिया भी मान रही है तो हम लोग तो बस खुश हो जाएंगे 💪 जय हिंद 🇮🇳
Gaurav Verma
मई 25, 2024 AT 23:42305? ये सब फेक न्यूज है। अमेरिका ने हमारे चुनाव में हस्तक्षेप किया है। सब कुछ तैयार है।
Fatima Al-habibi
मई 27, 2024 AT 07:35क्या इयान ब्रेमर ने भारतीय गांवों का दौरा किया है? या बस डेटा के आधार पर एक ग्राफ बना दिया?
Nisha gupta
मई 28, 2024 AT 00:06जब तक विपक्ष एकजुट नहीं होता, तब तक BJP की जीत तय है। लेकिन क्या ये जीत सच्ची लोकतंत्र की जीत है? या सिर्फ अनुशासन की?
Roshni Angom
मई 29, 2024 AT 11:03हर चुनाव में कुछ नया होता है। आज जो लोग BJP को समर्थन दे रहे हैं, कल वो ही बदल सकते हैं। लोकतंत्र इतना सरल नहीं होता जितना हम सोचते हैं।
vicky palani
मई 29, 2024 AT 15:51ये सब तो बस धोखा है। BJP ने जो किया है वो बहुत बड़ा अपराध है। लोगों को भ्रमित किया गया है।
jijo joseph
मई 30, 2024 AT 04:03इयान ब्रेमर के अनुमानों का आधार भारतीय वोटिंग पैटर्न और डिमोग्राफिक ट्रेंड्स पर है। ये सिर्फ एक राय नहीं, एक मॉडल है।
Manvika Gupta
मई 31, 2024 AT 11:14मुझे लगता है ये सब बहुत ज्यादा अंदाज़ा है... मैं तो बस देख रही हूँ
leo kaesar
मई 31, 2024 AT 20:33305? ये तो बस बातें हैं। असली जीत तो वो होगी जब विपक्ष चुप हो जाए।
Ajay Chauhan
जून 2, 2024 AT 05:05ये सब एक बहुत बड़ा नाटक है। कोई विश्लेषण नहीं, सिर्फ ट्रेंडिंग टॉपिक।
Taran Arora
जून 3, 2024 AT 12:13भारत की शक्ति यही है कि हर कोई अलग बोलता है लेकिन एक दिशा में चलता है। BJP की जीत नहीं, भारत की जीत है।
Atul Panchal
जून 3, 2024 AT 20:42अमेरिकी विश्लेषकों को भारत का चुनाव समझने की कोशिश करने की जरूरत नहीं है हम अपने रास्ते पर चल रहे हैं
Shubh Sawant
जून 5, 2024 AT 15:18305 सीटें? भाई ये तो बहुत कम है! 350+ जरूर होगा! हमारी पार्टी तो दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है!
Patel Sonu
जून 6, 2024 AT 05:28मोदी जी की लोकप्रियता और शाह जी की रणनीति इतनी मजबूत है कि विपक्ष को तो बस चुप रहना होगा
Puneet Khushwani
जून 7, 2024 AT 03:22ये सब नंबर बेकार हैं। जब तक आम आदमी की जिंदगी नहीं बदलेगी तब तक कुछ नहीं हुआ
Adarsh Kumar
जून 7, 2024 AT 13:49ये सब फेक न्यूज है। अमेरिका ने हमारे चुनाव के लिए डेटा चोरी किया है। ये आंकड़े बनाए गए हैं।
Santosh Hyalij
जून 7, 2024 AT 17:44इयान ब्रेमर के अनुमान का मतलब ये नहीं कि भारत का लोकतंत्र स्थिर है, बल्कि ये कि लोग अब निर्णय लेने की शक्ति खो चुके हैं।
Animesh Shukla
जून 8, 2024 AT 23:08इयान ब्रेमर की भविष्यवाणी में एक गहरा सच छिपा है - भारत अब एक ऐसा देश बन गया है जहां लोकतंत्र का अर्थ बदल गया है। यहां वोट अब सिर्फ नीति के बारे में नहीं, बल्कि भावनाओं, पहचान और भरोसे के बारे में है। और यही बात है जिसे बाहरी विश्लेषक नहीं समझ पाते। जब एक नेता को देश का चेहरा बना दिया जाता है, तो वो एक भगवान बन जाता है। लेकिन क्या भगवान के लिए चुनाव होते हैं? या ये सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान है? जब आप एक व्यक्ति को अपनी आत्मा का आधार बना लेते हैं, तो आप अपनी सोच का भी अधिकार खो देते हैं। और यही खतरा है। विपक्ष की कमजोरी तो बात है ही, लेकिन जनता की अपनी आत्मा को बेचने की इच्छा भी तो है। जब आप किसी के बारे में बोलते हैं, तो आप उसके बारे में सोचते हैं। लेकिन जब आप किसी के बारे में बोलते हैं और उसे अपनी आत्मा बना लेते हैं, तो आप खुद को खो देते हैं। ये चुनाव सिर्फ एक विजय नहीं, ये एक आत्मा का विलय है।