Asia Cup 2025 फाइनल से पहले Suryakumar Yadav की बुरी फॉर्म, टीम को महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ेगा

फॉर्म की बाधा और टीम की रणनीति
जब भारत ने अपने पिछले पाँच मैचों में केवल दो बार 50+ की पारी बनाई, तो टीम के भीतर हिलचाल तेज हो गई। Suryakumar Yadav की लगातार गिरती हुई औसत, 28.4 से नीचे, इस बात का संकेत देती है कि कप्तान अपनी ही टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बन गया है। पिछले एशिया कप 2022 में 4 शतक और कई माइलस्टोन से गुजर चुके इस दिग्गज ने अब तक दो ही अर्द्धशतक बनाए और अक्सर 20-30 रनों पर ही बाहर हो गया।
कैप्टन की इस फॉर्म गिरावट ने मध्यक्रम को अनिच्छित दबाव में डाल दिया। इशान बाबू, शाहीबॉक्स और शिखर धवन को अब ही नहीं, बल्कि सभी बॅट्समेन को खुद को बनाये रखने के लिए डबल रोल अपनाना पड़ रहा है। इस कारण भारत के टोटल स्कोर में 260-280 के बीच की सीमा रोगी हो गई है, जहाँ पिछले एशिया कप में 300+ लक्ष्य आम बात थी।
विशेषज्ञों ने अब कई विकल्पों पर चर्चा शुरू कर दी है। एक तरफ Sanju Samson की तेज़ी से चल रही पारी – 44, 62* और 71* – को देखते हुए उसे ओपनिंग बॅटिंग क्रम में धकेलने की बात सामने आई है। दूसरी तरफ, टीम प्रबंधक ने दोहरे क्रम को एक अस्थायी रूप से बदलने की संभावना जताई है, जिससे Suryakumar को नंबर 5 या 6 पर बिठाया जाए, जहाँ कम दबाव के साथ वह अधिक स्थिरता ला सके।
आंकड़े इस तर्क को समर्थन देते हैं: Samson की स्ट्राइक रेट 145 और फॉर्म में निरंतरता, जबकि Suryakumar की 98 की स्ट्राइक रेट में गिरावट, दर्शाती है कि टीम को तेज़ स्कोर बनाने में Samson अधिक विश्वसनीय है। इस बदलाव से न केवल रन बनेंगे, बल्कि टीम की फ़ील्डिंग और बॉलिंग गड़बड़ी पर भी असर पड़ेगा।

विवाद और भविष्य की चुनौतियां
फॉर्म के अलावा, Suryakumar के खिलाफ ICC की अनुशासनात्मक कार्रवाई ने मामला ज़्यादा जटिल बना दिया। 14 सितम्बर को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद, उन्होंने भारतीय सेना को समर्पित किया और पैहलगाम आतंक हमला पीड़ितों के साथ एकजुटता जताई, जिससे ICC ने उन्हें लेवल‑1 कोड ऑफ़ कंडक्ट के उल्लंघन में 30% मैच फीस का जुर्माना लगाया। यह पहली बार नहीं है जब भारतीय खिलाड़ियों को राजनीतिक बयान के कारण दंडित किया गया है, पर इस बार मीडिया की रूढ़ि बहुत अधिक थी।
- अक्टूबर 2022 में विराट कोहली पर समान जुर्माना लगाया गया था, लेकिन उनका फॉर्म नहीं गिरा।
- कुल मिलाकर, ICC ने इस सीजन में दस से अधिक खिलाड़ियों पर इस प्रकार के दंड लगाए हैं।
- भविष्य में ऐसे बयान देने से खिलाड़ियों के मनी और चयन दोनों पर असर पड़ सकता है।
साथ ही, मैच के बाद भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बीच हाथ मिलाने का न होना, PCB की शिकायत और Richie Richardson के सुनवाई ने इस मामले को और गरमाया। Suryakumar ने अपनी निर्दोषता पर जोर दिया, लेकिन फॉर्म में गिरावट के साथ यह मामला उनकी छवि को धूमिल कर रहा है।
फील्डिंग की बात करें तो कप्तान ने टॉर्नमेंट में कई अहम रन-आउट और सपोर्ट प्ले किए हैं। उनके तेज़ रिफ्लेक्स और तेज़ फील्डिंग ने दो बार बॉटम ओवर में विरोधी टीम को हटा दिया। लेकिन एक कप्तान का मुख्य काम बैटिंग में योगदान देना है, और यह दबाव अब बढ़ता जा रहा है।
भविष्य के लिए एक स्पष्ट रणनीति की जरूरत है। अगर टीम को एशिया कप का खिताब जीतना ही है, तो उन्हें फॉर्म की वास्तविकता को स्वीकार कर, बल्लेबाज क्रम में प्रयोगात्मक बदलाव करने पड़ेंगे। अन्य पक्ष में, अगर Suryakumar इस फॉर्म को सुधारते हैं, तो वह अपने अनुभव और शांति से टीम को नई ऊर्जा दे सकते हैं। बाकी सब टीम के कोच, प्रबंधन और मीडिया के हाथ में है कि वे सही फैसला ले।
आख़िरकार, इस फाइनल में कप्तान की पारी, टीम की लचीलापन और रणनीतिक बदलाव, सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। अगर Suryakumar फॉर्म में नहीं आ पाते, तो Sanju Samson और बाकी बॅट्समेन को मौके को पकड़ना पड़ेगा। इस दुविधा का समाधान टीम की जीत या हार को तय करेगा।