भावुक क्षण: रियान पाराग ने अपने पिता से प्राप्त की पहली इंडिया कैप
जुल॰, 7 2024रियान पाराग का पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
रियान पाराग के लिए यह एक ऐतिहासिक और भावुक पल था जब उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में अपना डेब्यू किया। असम के इस युवा क्रिकेटर ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपना स्थान सुनिश्चित किया और एक नए अध्याय की शुरुआत की।
इस महत्वपूर्ण क्षण में उनका साथ दिया उनके पिता, पराग दास, जिन्होंने रियान को अपनी पहली इंडिया कैप सौंपी। यह समारोह इतना भावुक था कि वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। यह रियान और उनके परिवार के लिए अत्यंत गर्व का क्षण था।
हैरानी की बात यह है कि रियान पाराग पहले असम के खिलाड़ी हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाई है। इससे पहले, उन्होंने आईपीएल 2024 में राजस्थान रॉयल्स के साथ शानदार प्रदर्शन करते हुए 573 रन बनाए थे और इसी के आधार पर उन्हें जिम्बाब्वे सीरीज के लिए चुना गया।
परिवार की भूमिका और पिता का योगदान
रियान पाराग के शानदार क्रिकेट करियर में उनके पिता, पराग दास का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पराग दास खुद एक पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रह चुके हैं और उन्होंने रियान की हर कामयाबी में उनका साथ दिया है। इस विशेष मौके पर, पिता का अपने बेटे को इंडिया कैप सौंपना एक भावुक और गर्व का क्षण था। यह संबंध और क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह क्षण रियान की मेहनत, उनके संघर्ष और उनके पिता के समर्थन का प्रमाण था। इस पल ने क्रिकेट समुदाय को भी भावुक कर दिया और सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा।
अन्य खिलाड़ी साथ में
रियान के डेब्यू के साथ, उनके साथी खिलाड़ी अभिषेक शर्मा और ध्रुव जुरेल ने भी अपना टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। यह तिकड़ी भारतीय क्रिकेट के भविष्य की एक झलक प्रदान करती है और इनके प्रदर्शन से भारतीय टीम के प्रशंसक बेहद उत्साहित हैं।
अपनी सफलता और मेहनत के बल पर, रियान पाराग ने यह साबित कर दिया है कि अगर आप में जुनून और समर्पण हो तो कोई भी सपना साकार हो सकता है। असम के इस सितारे की कहानी प्रेरणा देती है कि छोटे शहरों से आए खिलाड़ी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
भविष्य की उम्मीदें
रियान पाराग का यह डेब्यू केवल एक शुरुआत है। भारतीय क्रिकेट टीम को उनसे काफी उम्मीदें हैं और उनके प्रशंसक भी उनके आगे के मैचों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी कौशल ने पहले ही उन्हें एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर दिया है।
असम के इस युवा प्रतिभा का सफर अभी शुरू हुआ है और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस तरह से अपने करियर को आगे बढ़ाते हैं और भारतीय क्रिकेट टीम में अपना योगदान देते हैं।
आखिरकार, रियान पाराग की यह कहानी सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है, यह एक संघर्ष, समर्पण और जुनून की कहानी है जो हर युवा खिलाड़ी को प्रेरित कर सकती है। भारतीय क्रिकेट के क्षितिज पर इस नए सितारे की चमक देखते रहना खुशी का विषय है।