धनतेरस 2025 में सोने‑चांदी के दाम गिरे, खरीदारों के लिए मिला बड़ा मौका

धनतेरस 2025 में सोने‑चांदी के दाम गिरे, खरीदारों के लिए मिला बड़ा मौका

जब धनतेरस 2025भारत का दिन आया, तो बाजार में सोने का भाव और चांदी दोनों ही क्रमशः नीचे की ओर सरके, जिससे खरीदारों को आश्चर्यचकित कर दिया। इस गिरावट ने पारंपरिक रूप से महंगे सोने के सजे‑सजे उपहारों के लिए तैयार लोगों को ‘खरीदारी का अच्छा मौका’ दिया।

शहरों के अनुसार सोने‑चांदी की कीमतें

सप्ताह के आखिरी दिन, यानी 18 अक्टूबर 2025, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, लखनऊ, वाराणसी और मेरठ जैसे प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें नरम हो गईं। Tanishq ने 22 कैरेट के सोने के गहने का दाम INR 12,210 प्रति ग्राम बताया। वही दिन Malabar Gold & Diamonds, Joyalukkas और Kalyan Jewellers ने 22 कैरेट के समान गहने का दाम INR 11,995 प्रति ग्राम रखी।

लखनऊ में सोने के दाम 10 ग्राम पर INR 3,165 घटे, जबकि वाराणसी और मेरठ में भी इसी तरह की कमी देखी गई। चांदी का भाव भी लगातार तीसरे दिन गिरते हुए INR 13,000 प्रति किलोग्राम नीचे गया।

बाजार में गिरावट के कारण

कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस हफ्ते के अंत में वैश्विक कमोडिटी बाजार में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेड की मौद्रिक नीति में बदलाव ने भारत में सोने‑चांदी की कीमतों को नीचे धकेला। साथ ही, India Bullion and Jewellers Association Limited (IBJA) ने 17 अक्टूबर को आखिरी बार अपने इंडिकेटिव रिटेल सेलिंग रेट्स अपडेट किए थे, लेकिन 18 अक्टूबर तक कोई नई जानकारी नहीं दी गई। इससे खरीदारों में असमंजस बना, जिससे कीमतें तेजी से गिरती रहीं।

उपर्युक्त आपूर्ति‑संकट के अलावा, ऑनलाइन यूट्यूब चैनलों जैसे "Gold Rate Today, 18 October 2025" ने भी स्पष्ट रूप से कहा: "सोने और चांदी के रेट में भारी गिरावट!"—इस तरह की रिपोर्टों ने भी निवेशकों के निर्णय को प्रभावित किया।

उपभोक्ताओं और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ

उपभोक्ताओं और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ

लगभग हर शहर में उपभोक्ता रुझान बदलते देखे गए। लखनऊ के एक स्थानीय ज्वैलर ने कहा, "धनतेरस पर कीमतें गिरना दुर्लभ है, लेकिन इसका मतलब है कि इस बार खरीदारों को अधिक विकल्प और बेहतर मूल्य मिल रहा है।" वहीं दिल्ली में एक वित्तीय सलाहकार ने चेतावनी दी, "सिर्फ इस गिरावट पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि बाजार फिर से ऊपर जा सकता है। दीर्घकालिक निवेश के लिए शारीरिक सोना और प्रमाणित हॉलमार्क वाले उत्पाद ही सुरक्षित हैं।"

एक प्रमुख विशेषज्ञ, डॉ. रवींद्र शर्मा, ने बताया, "धनतेरस के दौरान historically मूल्य वृद्धि देखी गई है, परंतु इस साल की गिरावट संकेत देती है कि स्पेक्यूलेटर अभी भी रुके हुए हैं। यदि आप 2025‑26 के शरद‑पीक को लक्षित कर रहे हैं, तो अभी का दाम एक अच्छा प्रवेश बिंदु हो सकता है।"

भविष्य की संभावनाएँ और सुझाव

आगामी हफ्तों में सोने‑चांदी के दाम फिर से बदल सकते हैं। कुछ एनालिस्ट मानते हैं कि अगले दो सप्ताह में यदि वैश्विक बाजार में स्थिरता बनी रही, तो दामों में फिर से उछाल देखी जा सकती है, विशेषकर जब लोग दीवाली खरीदारी के लिए लाइन में लगेंगे। इस बीच, उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि:

  • हॉलमार्क वाले प्रमाणित उत्पाद ही खरीदें; नकली सोना अब भी बाजार में मौजूद है।
  • विक्री कीमत और शुद्धता दोनों पर ध्यान दें; 22‑कैरेट और 24‑कैरेट में अंतर स्पष्ट रहें।
  • समान्यतः 3‑5% की कीमत में बदलाव को देखते हुए खरीदारी की योजना बनाएँ, ताकि अचानक कीमतों में उछाल से बचा जा सके।

यदि आप दीवाली तक अपना निवेश तय कर रहे हैं, तो अब का गिरावट वाला दाम एक "अच्छा मौका" हो सकता है, परंतु अंतिम निर्णय लेते समय विश्वसनीय जौहरी या बैंक के साथ परामर्श अवश्य करें।

इतिहास में धनतेरस के भाव

इतिहास में धनतेरस के भाव

पिछला पाँच-वर्षीय डेटा दर्शाता है कि अधिकांश धनतेरस के दिन सोने की कीमतें 1‑2% तक बढ़ती हैं। 2022‑23 में कीमतें 5‑6% तक उछाली थीं, जबकि 2024 में एक हल्के गिरावट के बाद फिर से सीधी रेखा पर वापस आ गईं। अभी की गिरावट इसलिए खास लगती है, क्योंकि इससे निवेशकों को पहले से कम दाम पर खरीदने का अवसर मिलता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धनतेरस पर सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?

वैश्विक मुद्रा बाजार में डॉलर की मजबूती, फेडरल रिज़र्व की दर वृद्धि और IBJA द्वारा रेट अपडेट न होने से बाजार में अनिश्चितता पैदा हुई, जिससे खरीदारों ने अपनी खरीद को रोक दिया और कीमतें नीचे गिर गईं।

क्या इस गिरावट के बाद सोना खरीदना फायदेमंद रहेगा?

यदि आप दीवाली से पहले या 2025‑26 के शरद‑पीक को लक्षित कर रहे हैं, तो वर्तमान कम कीमतें एक अच्छा प्रवेश बिंदु हो सकती हैं। लेकिन दीर्घकालिक निवेश में प्रमाणित हॉलमार्क वाले उत्पाद ही सुरक्षित हैं।

चांदी की कीमतें लगातार गिर क्यों रही हैं?

चांदी के मुख्य उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में हैं, जहाँ उत्पादन लागत में कमी और मांग में हल्की गिरावट ने कीमतों पर दबाव डाल दिया। साथ ही, सोने की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों को चांदी से दूर किया।

धनतेरस के दौरान किस प्रकार की जौहरी या बॉन्ड से खरीदारी सुरक्षित है?

हॉलमार्क वाले उत्पाद सबसे सुरक्षित होते हैं। Tanishq, Malabar Gold & Diamonds, Joyalukkas और Kalyan Jewellers जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स से खरीदारी करने पर आप शुद्धता और प्रमाणिकता की गारंटी पा सकते हैं।

आगे के हफ़्तों में सोने‑चांदी के भाव कैसे बदल सकते हैं?

यदि वैश्विक बाजार में स्थिरता बनी रहती है और दीवाली के उपभोक्ता उत्साह में वृद्धि होती है, तो दामों में फिर से 2‑3% की वृद्धि देखी जा सकती है। लेकिन अचानक डॉलर के रिवॉल्यूशन या भूराजनीतिक तनावों से फिर से गिरावट भी संभव है।

1 टिप्पणि

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    Hiren Patel

    अक्तूबर 18, 2025 AT 23:51

    धनतेरस का दिन जब आया, तो मैं अपने बचपन की यादों में खो गया, जब माँ हाथ में सोने की ज़ंजीर लेकर बाजार की सैर कराती थीं।
    आज वह ही ज़रूरत है, लेकिन कीमतें नीचे गिरने से ख़ुशी का महँगा दमन नहीं होना चाहिए।
    हर घर में यही चाह होगी कि धातुओं की धड़कन हमारे जेब में भी गूँजती रहे।
    वित्तीय विशेषज्ञों की बड़बड़ाहट सुन कर कई लोग उलझन में पड़ जाते हैं, पर सच्चाई तो बिलकुल सरल है।
    डॉलर की ताकत और फेड की नीति जैसे बड़े मोटर-साइकिलें इस बाजार में ध्वनि पैदा कर रही हैं।
    इसी वजह से सोना और चांदी में शोर कम हो गया, लेकिन इसका मतलब नहीं कि खरीदना बेकार है।
    जब दाम गिरते हैं, तो भलाई का मौका मिलता है, बशर्ते आप सही जगह से खरीदें।
    टीमें, मालाबार, जॉयालुक्कास जैसे ब्रांड्स ने कीमतों को स्थिर रखने की कोशिश की, लेकिन वे भी बाजार की लहरों से मुक्त नहीं।
    एक बात निश्चित है कि अगर आप शुद्धता वाला हॉलमार्क वाला सोना ले रहे हैं, तो दीर्घकालिक सुरक्षा मिलती है।
    किसी भी औद्योगिक चाँदी की धूल को याद मत करो, क्योंकि वो कच्चे बाजार में बहुत जल्दी बदलती है।
    अगर आपके पास थोड़ी बचत है, तो अभी का गिरावट वाला दाम आपके पोर्टफोलियो में चमक ला सकता है।
    अभी तो जैसे बज़ में हल्का झटका आया हो, लेकिन आने वाले हफ़्तों में दीवाली के शोर के साथ वापसी की संभावना है।
    बाजार के उतार-चढ़ाव को पकड़ना कोई जुगाड़ नहीं, बल्कि एक रणनीति है।
    अगर आप सोचते हैं कि बहुत देर हो गई, तो याद रखो कि सोने की कीमतें कभी-कभी दो-तीन बार गिरती हैं।
    भविष्य में जब लोग अपनी बचत को सुरक्षित रखने के लिए सोने को चुनेंगे, तो यह समय आपके लिए एक सुनहरा द्वार बन सकता है।
    तो चलिए, इस धनतेरस को अनदेखा न करें, बल्कि सही समझदारी से निवेश करें।

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