कॉग्निजेंट का फ्रेशर्स के लिए ₹2.5 लाख वार्षिक ऑफर: भारत के सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ रवि कुमार एस की पहल

कॉग्निजेंट का फ्रेशर्स के लिए ₹2.5 लाख वार्षिक ऑफर: भारत के सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ रवि कुमार एस की पहल अग॰, 14 2024

कॉग्निजेंट की नई हायरिंग रणनीति

आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी कॉग्निजेंट ने हाल ही में घोषणा की है कि वे फ्रेशर्स को ₹2.5 लाख का वार्षिक वेतन देने जा रहे हैं। यह कदम कॉग्निजेंट के वर्तमान नेतृत्व टीम द्वारा उठाया गया है, जिसके प्रमुख रवि कुमार एस हैं। रवि कुमार एस को भारत में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ के रूप में जाना जाता है। उनका नेतृत्व कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।

यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब नौकरी बाजार में प्रतिभाओं की बढ़ती मांग है। कई आईटी कंपनियां नए प्रतिभाओं को आकर्षित करने के प्रयास में हैं, लेकिन कॉग्निजेंट का यह कदम एक बड़ा कदम फारवर्ड है। ₹2.5 लाख का वेतन नए ग्रेजुएट्स के लिए एक महत्वपूर्ण पैकेज माना जा रहा है, और यह निश्चित रूप से एक आकर्षक प्रस्ताव है।

आईटी उद्योग की हायरिंग प्रथाएँ

आईटी उद्योग ने हमेशा से नए और उत्कृष्ट प्रतिभाओं को आकर्षित करने की कोशिश की है। कॉग्निजेंट ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पहले के मुकाबले, आईटी कंपनियाँ अब अधिक अच्छे और प्रतिस्पर्धात्मक वेतन देने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। इस कदम का उद्देश्य यह है कि वे प्रतिभाओं को कंपनी के साथ दीर्घकालिक रूप से जोड़ सकें।

कई अन्य कंपनियाँ भी इस दिशा में समान कदम उठा रही हैं। उदाहरण स्वरूप, कुछ कंपनियाँ फ्रेशर्स को अधिक वेतन और अच्छे बेनेफिट्स का ऑफर दे रही हैं ताकि वे अपने आप को स्टाफ के मुद्दे से सुरक्षित रख सकें।

कॉग्निजेंट के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी ने अपने भविष्य की हायरिंग रणनीति को लेकर एक ठोस योजना बनाई है। इसके जरिए वे न केवल नए कर्मचारियों को बल्कि कंपनी की ग्रोथ को भी बढ़ावा देना चाहते हैं।

रवि कुमार एस का नेतृत्व

रवि कुमार एस का नेतृत्व

रवि कुमार एस के नेतृत्व में कॉग्निजेंट ने अपनी हायरिंग रणनीति को एक नए आयाम पर पहुँचाया है। रवि कुमार एस की कड़ी मेहनत और उनकी दूरदर्शी दृष्टिकोण ने कॉग्निजेंट को एक नया मार्ग दिया है। वे कंपनी के लिए न केवल एक सक्षम नेता हैं बल्कि एक प्रेरणास्रोत भी हैं।

उनकी नई हायरिंग रणनीति से यह साफ होता है कि वे प्रतिभाओं को आकर्षित करने और उन्हें कंपनी के साथ लंबे समय तक जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रवि कुमार एस की वेतन पैकेज भी इस बात को दर्शाता है कि कंपनी उनके नेतृत्व को कितना महत्व देती है।

भविष्य की दिशा में कदम

कॉग्निजेंट का यह कदम न केवल उनके लिए बल्कि पूरे आईटी उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। अन्य कंपनियाँ भी इस मार्ग पर चलकर अपने हायरिंग प्रथाओं में बदलाव ला सकती हैं। इससे नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और प्रतिभाओं को नए अवसर प्राप्त होंगे।

आईटी सेक्टर में इस प्रकार की सकारात्मक प्रतिस्पर्धा से उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। कॉग्निजेंट ने इस कदम के माध्यम से फ्रेशर्स को एक मजबूत संदेश दिया है कि वे उनके विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाना चाहते हैं।