लेबनान पर इजराइली हवाई हमले: सैकड़ों की मौत और व हजारों घायल
सित॰, 24 2024लेबनान पर इजराइली हवाई हमलों का गंभीर परिणाम
सोमवार को इजराइल ने लेबनान के दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में सैकड़ों हवाई हमले किए, जिससे लेबनान में बड़ा संकट पैदा हो गया है। लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कुल 492 लोगों की मौत हो गई और 1645 लोग घायल हो गए। इजराइली हवाई हमलों ने सिडन, मरजायोन, टायर और ज़हरानी जैसे क्षेत्रों के साथ-साथ बेका घाटी में भी भारी तबाही मचाई। इन हमलों के पीछे इजराइल का दावा है कि उन्होंने हिज़्बुल्लाह के 800 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है, जिसमें उसने इनसमूह पर रेजिडेंशियल क्षेत्रों में हथियारों का भंडारण करने का आरोप लगाया है।
हवाई हमलों के परिणामस्वरूप मानवतावादी संकट
हवाई हमलों के बाद, इजराइल ने स्थानीय निवासियों को इन इलाकों को तत्काल खाली करने की चेतावनी दी, जिसके परिणामस्वरूप हजारों लोगों को अपने घरों से भागना पड़ा। अत्यधिक ट्रैफिक जाम के कारण, कई परिवार सुरक्षा की तलाश में मुख्य राजमार्गों पर बढ़ते गए। कई अलग-अलग गांवों के चश्मदीदों के बयानों से पता चला कि इन हमलों ने व्यापारिक इलाकों, स्कूलों और घरों को भी प्रभावी किया है। स्थानीय निवासियों ने अपने कस्बों पर हम्लों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए, जिसमें भयंकर क्षति दिखी।
हिज़्बुल्लाह के जवाबी हमले
इजराइल के इन आक्रामक हवाई हमलों के जवाब में, हिज़्बुल्लाह ने उत्तरी इजराइल में रॉकेट दागे। बताया जा रहा है कि यह हमला पिछले शुक्रवार को बेरूत के उपनगर में हुए इजराइली हवाई हमले का बदला है, जिसमें हिज़्बुल्लाह के एक प्रमुख सैन्य कमांडर सहित कई निर्दोष नागरिक मारे गए थे। स्थिति तेजी से बिगड़ती जा रही है और इससे संभावित संघर्ष के विस्तार की आशंका बढ़ गई है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
लेबनान की बिगड़ती स्थिति ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है। संघर्ष के दौरान बढ़ते मानवतावादी संकट के मद्देनजर, कई देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने अपनी चिंता व्यक्त की है। वे तुरंत युद्धविराम का आह्वान कर रहे हैं और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी अपने बयान में कहा है कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
संकट का समाधान कैसे हो सकता है?
इस संकट का समाधान किसी भी स्थिति में संयम और बातचीत के माध्यम से ही संभव है। समय की आवश्यकता है कि दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने के उपाय किए जाएं और इससे प्रभावित लोगों की सहायता की जाए। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है, जब इस प्रकार के संघर्ष इंसानों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। मानवीय दृष्टिकोण से, इस संघर्ष को तुरंत रोकना आवश्यक है ताकि और जान-माल का नुकसान न हो।