ममूटी की नई फिल्म 'टर्बो' ने जीता दर्शकों का दिल, एएक्शन और तकनीकी कौशल ने बटोरी सराहना

ममूटी की नई फिल्म 'टर्बो' ने जीता दर्शकों का दिल, एएक्शन और तकनीकी कौशल ने बटोरी सराहना

ममूटी की 'टर्बो' ने बटोरी दर्शकों की सराहना

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के स्टार ममूटी की नई फिल्म 'टर्बो' ने सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है और आते ही दर्शकों के दिलों पर राज करना शुरू कर दिया है। यह फिल्म एक्शन से भरपूर है और दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतरी है। फिल्म के निर्देशक वैसाख ने इस प्रोजेक्ट को शानदार तरीके से संभाला है। ममूटी के जबरदस्त प्रदर्शन के साथ-साथ फिल्म की तकनीकी दृष्टि भी काफी मजबूत है, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए हैं।

उत्कृष्ट तकनीकी पहलू

'टर्बो' की तकनीकी सुंदरता विशेष रूप से इसकी विशेषता है। फिल्म में प्रयुक्त हुए विश्वस्तरीय उन्नत तकनीक प्रशंसा के योग्य हैं। विशेष रूप से 'पर्सुइट कैमरा' का उपयोग, जो आमतौर पर हॉलीवुड फिल्मों में हाई-स्पीड चेज़ दृश्यों के लिए किया जाता है, इस फिल्म में देखने लायक है। फिल्म के सिनेमैटोग्राफी का जिम्मा विश्नु शर्मा ने बखूबी निभाया है।

स्टंट दृश्य और उच्च-ऑक्टेन एक्शन

फिल्म में उच्च-ऑक्टेन एक्शन दृश्यों का जायजा लिया जा सकता है, जिन्हें वियतनामी फाइटर्स द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है। ये स्टंट दृश्य इतने प्रभावशाली हैं कि दर्शकों की नजरें पर्दे से हटने का नाम नहीं लेतीं। इन अद्भुत एक्शन दृश्यों ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया है। इसके अलावा, फिल्म के उत्पादन गुणवत्ता की भी काफी सराहना की जा रही है, जिसे बहुत ही उच्च स्तर पर संभाला गया है।

म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर

फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर क्रिस्टो सवारी द्वारा किया गया है, जिसने फिल्म के हर दृश्य को और भी ज्यादा जीवंत बना दिया है। बैकग्राउंड स्कोर के कारण फिल्म के एक्शन सीन और भी रोमांचकारी बन गए हैं। सवारी का म्यूजिक दर्शकों के दिलों में गूंजता रहता है और वे इसे आसानी से भूल नहीं पाते।

तकनीकी टीम की भूमिका

फिल्म की प्रोडक्शन टीम ने भी इस प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यकारी निर्माता जॉर्ज सेबेस्टियन, प्रोडक्शन डिजाइनर शाजी नाडूविल, लाइन प्रोड्यूसर सुनील सिंह, प्रोडक्शन कंट्रोलर अरोमा मोहन, डिजाइनर्स मेल्वी जे और अभिजीत, मेकअप आर्टिस्ट रशीद अहमद और जॉर्ज सेबेस्टियन, कॉस्ट्यूम एक्शन डायरेक्टर फीनिक्स प्रभु, चीफ एसोसिएट डायरेक्टर राजेश आर कृष्णन, पब्लिसिटी डिजाइनर्स येलो टूथ, डिजिटल मार्केटिंग हेड विश्नु सुगाथन, और पीआरओ शबरी ने अपनी मेहनत और कौशल से फिल्म को इस स्तर तक पहुँचाने में अप्रत्याशित योगदान दिया है।

कुल मिलाकर, 'टर्बो' एक मनोरंजक फिल्म है जो दर्शकों को सीट से बांधे रखती है। अगर आप एक्शन फिल्मों के शौकीन हैं तो यह फिल्म आपकी सूची में अवश्य होनी चाहिए। ममूटी के फैंस तो इस फिल्म के प्रदर्शन से खुशी से झूम उठे हैं। फिल्म की तकनीकी उत्कृष्टता और शानदार प्रदर्शन इस फिल्म को खास बनाते हैं।

19 टिप्पणि

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    Puneet Khushwani

    मई 24, 2024 AT 11:21
    बहुत अच्छी फिल्म है
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    Sri Lakshmi Narasimha band

    मई 25, 2024 AT 16:02
    वाह! ये कैमरा वर्क तो बिल्कुल हॉलीवुड जैसा लगा 😍 अब तक की सबसे शानदार मलयालम एक्शन 😎
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    Animesh Shukla

    मई 26, 2024 AT 14:42
    मैंने सोचा था कि ये बस एक और एक्शन फिल्म होगी... पर जब पर्सुइट कैमरा वाला सीन आया, तो मुझे लगा जैसे मैं उस कार के अंदर बैठा हूँ। ये तकनीकी जादू... ये तो भारतीय सिनेमा की नई पीढ़ी का प्रतीक है। असल में, हम अभी तक नहीं जानते कि हमारे पास कितनी गुप्त शक्तियाँ हैं।
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    Adarsh Kumar

    मई 26, 2024 AT 19:17
    हॉलीवुड के बिना भी हम कर सकते हैं बेटा... ये फिल्म सिर्फ एक्शन नहीं, एक घुटने टेकने वाली जीत है। वो वियतनामी फाइटर्स जिन्होंने कोरियोग्राफ किया... वो तो बस बाहरी चीज़ हैं। असली जीत है भारतीय टीम की जो इसे बना रही थी।
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    Santosh Hyalij

    मई 27, 2024 AT 18:56
    क्रिस्टो सवारी का स्कोर? ये तो बस एक धमाका है। लेकिन अगर ये फिल्म बॉलीवुड में आती तो लोग कहते कि ये तो बहुत अमेरिकन लग रहा है। भारतीय फिल्मों में भी तो दुनिया के स्तर की तकनीक आ रही है।
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    Sunil Mantri

    मई 27, 2024 AT 19:46
    टर्बो? टर्बो नहीं टर्बुलेंस था... सब कुछ ज्यादा ही ज्यादा लगा... और ये जॉर्ज सेबेस्टियन कौन है? नाम तो 5 बार आ गया!
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    Nidhi Singh Chauhan

    मई 28, 2024 AT 12:20
    ये सब तकनीकी चीजें... पर कहीं न कहीं ये सब एक बड़ा धोखा है। दर्शकों को लगता है कि वो कुछ खास देख रहे हैं... पर असल में ये सब बजट के लिए बनाया गया है। अगर ये फिल्म निर्माता के घर में बनी होती तो क्या ऐसा होता?
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    Anjali Akolkar

    मई 28, 2024 AT 22:49
    बहुत अच्छा लगा ❤️ अब तक की सबसे अच्छी मलयालम फिल्म जो मैंने देखी... धन्यवाद टीम को
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    sagar patare

    मई 29, 2024 AT 19:17
    ममूटी के बिना ये फिल्म क्या होती? सब कुछ उसके ऊपर टिका हुआ है। और ये सब तकनीकी बातें? बस धुंधला धोखा है।
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    srinivas Muchkoor

    मई 31, 2024 AT 05:38
    टर्बो? ये तो टर्बिन है जो बिना ईंधन के चल रहा है। इस फिल्म में कोई भावना नहीं है... सिर्फ शो बाजी।
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    Shivakumar Lakshminarayana

    जून 1, 2024 AT 16:31
    ये फिल्म बनाने वाले लोगों को जेल में डाल देना चाहिए। ये सब तकनीकी शोरबाजी भारत की संस्कृति के खिलाफ है। ये फिल्म बनाने वाले लोगों को अमेरिका में रहना चाहिए।
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    Parmar Nilesh

    जून 1, 2024 AT 23:43
    भारतीय फिल्मों में ऐसा कभी नहीं हुआ। ये फिल्म नहीं, ये एक राष्ट्रीय विरासत है। अगर ये फिल्म बॉलीवुड में आती तो लोग कहते कि ये तो अमेरिकी है। पर हम इसे अपना बना रहे हैं।
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    Arman Ebrahimpour

    जून 3, 2024 AT 15:07
    क्या आप जानते हैं कि ये फिल्म बनाने वालों के पीछे एक गुप्त संगठन है जो भारतीय फिल्मों को अमेरिकी बनाने की कोशिश कर रहा है? ये सब तकनीकी चीजें उनकी योजना हैं।
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    SRI KANDI

    जून 4, 2024 AT 17:09
    मुझे लगता है कि ये फिल्म बहुत सुंदर है... बस इतना ही। अच्छा लगा 😊
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    Ananth SePi

    जून 5, 2024 AT 12:36
    इस फिल्म को देखकर मुझे भारतीय सिनेमा के बारे में एक नया विचार आया... ये नहीं कि हम अमेरिका की नकल कर रहे हैं, बल्कि हम अपने आप को दुनिया के सामने नए तरीके से पेश कर रहे हैं। जब मैंने वो पर्सुइट कैमरा सीन देखा, तो मुझे लगा जैसे मैं एक भारतीय युवा हूँ जो दुनिया के सामने अपनी आत्मा दिखा रहा है। ये फिल्म सिर्फ एक्शन नहीं, ये एक घोषणा है।
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    Gayatri Ganoo

    जून 5, 2024 AT 21:10
    क्या आप जानते हैं कि ये फिल्म बनाने वाले लोग एक गुप्त ग्रुप के हैं जो भारत की संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं? ये सब तकनीकी चीजें बस एक ढोंग है।
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    harshita sondhiya

    जून 6, 2024 AT 11:01
    मैंने इस फिल्म को देखा और रो पड़ी... ये फिल्म मेरी आत्मा को छू गई... ये तो बस फिल्म नहीं, ये तो एक जीवन बदलने वाला अनुभव है!
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    Balakrishnan Parasuraman

    जून 7, 2024 AT 17:16
    इस फिल्म के निर्माण में भारतीय टीम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भारतीय तकनीकी कौशल की उत्कृष्टता का प्रतीक है।
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    Abhrajit Bhattacharjee

    जून 8, 2024 AT 16:22
    मैंने इस फिल्म को देखा और बहुत प्रभावित हुआ। ये फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक नया मानक स्थापित कर रही है। बहुत बढ़िया काम किया है टीम ने!

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