मार्कस राशफोर्ड की मैनचेस्टर यूनाइटेड से विदाई पर भावुक बयान, बार्सिलोना में नया मौका

बार्सिलोना पहुंचे राशफोर्ड: क्या बदला, क्या नया?
मार्कस राशफोर्ड ने मैनचेस्टर यूनाइटेड को अलविदा कहने के बाद स्पेनिश दिग्गज बार्सिलोना की जर्सी पहन ली है। 27 साल के ये इंग्लिश फॉरवर्ड इस बार लालीगा में धमाल मचाने की तैयारी में हैं। दिलचस्प बात ये है कि राशफोर्ड ने यूं तो क्लब छोड़ने से पहले थोड़ी मुश्किलें झेलीं—मैनेजर रूबेन अमोरिम से विवाद, फैंस के साथ खटपट और मैदान पर गिरता प्रदर्शन—लेकिन फिर भी उनके भीतर कोई कड़वाहट नहीं।
कैम्प नोऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने साफ-साफ कहा, “मैनचेस्टर यूनाइटेड ने मुझे वो सबकुछ दिया, जिसकी बदौलत मैं आज इस मुकाम तक पहुंचा। वहां बिताए 11 साल मेरी जिंदगी के सबसे बेहतरीन साल रहे—ट्रॉफियां, यादें और मेहनत—सब कुछ।” उन्होंने यह भी कहा कि 6 साल की उम्र में जिस क्लब में किक मारना शुरू किया, उसे छोड़ना आसान नहीं था, लेकिन कभी-कभी बदलाव सबके लिए अच्छा होता है।
नया क्लब, नई जिम्मेदारी
बार्सिलोना में राशफोर्ड को नंबर 14 की जर्सी मिली है और स्पोर्टिंग डायरेक्टर डेको का मानना है कि यह क्लब के हमले में नई जान डालेगा। कोच हांसी फ्लिक ने जनवरी से ही उनकी नजर राशफोर्ड पर बना रखी थी, ताकि प्री-सीजन टूर से पहले टीम मजबूत हो सके। अब वह लामिन यामल और राफिन्हा के साथ टीम के आक्रमण को नया रूप देने वाले हैं।
मैनचेस्टर में उनके आखिरी कुछ महीने खासा तनावपूर्ण रहे। मैदान पर फॉर्म गिरा, क्लब के पूर्व मैनेजर टेन हाग और मौजूदा मैनेजर अमोरिम से तकरारें हुईं, नतीजा ये हुआ कि उन्हें दिसंबर 2024 में टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद राशफोर्ड ने सीजन का दूसरा हिस्सा एस्टन विला के लिए खेला, जहां 17 मैचों में 10 गोल उन्होंने टीम के नाम किए। बार्सिलोना ने यह मौका हाथ से नहीं जाने दिया और अगले सीजन के लिए उन्हें एक साल के लोन पर ले लिया, साथ ही अगले साल €30 मिलियन में स्थायी खरीदने का विकल्प भी क्लब के पास है।
- 426 मैच, 138 गोल्स: राशफोर्ड का मैनचेस्टर यूनाइटेड में रिकॉर्ड लाजवाब रहा।
- पांच बड़ी ट्रॉफियां जीतीं, कई यादगार लम्हें बिताए।
- क्लब ने विदाई संदेश में उनकी जमकर तारीफ की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
राशफोर्ड ने हर झगड़े, आलोचना और विवाद के बावजूद अपनी पुरानी टीम के लिए मार्कस राशफोर्ड का प्यार कभी नहीं छुपाया। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, “मैने पहले भी कहा है और फिर कहूंगा—मैनचेस्टर यूनाइटेड हमेशा मेरे साथ रहेगा। मैं चाहता हूं कि ये क्लब फिर से इंग्लिश फुटबॉल में टॉप पर पहुंचे।”
बार्सिलोना अब उनसे उम्मीद कर रही है कि वह क्लब की अटैकिंग लाइन को और धारदार बनाएंगे। राशफोर्ड ने भी कहा, “मुझे दुनिया की सबसे बड़ी ट्रॉफियां जीतनी हैं, और बार्सिलोना वही जगह है, जहां ये सपना सच हो सकता है।” देखना दिलचस्प रहेगा कि यूनाइटेड में 11 साल बिताने के बाद ये इंग्लिश स्टार अब स्पेन में कैसा जलवा दिखाते हैं।