पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 33वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 33वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि मई, 21 2024

मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोदी ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जिनमें अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम और सचिन पायलट शामिल हैं, ने भी दिल्ली के वीर भूमि पर राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके पिता के सपने और आकांक्षाएं उनकी जिम्मेदारियां और यादें हैं।

सचिन पायलट ने राजीव गांधी के प्रभावशाली योगदान को उजागर किया, जैसे कंप्यूटर और दूरसंचार क्रांति, पंचायती राज व्यवस्था का सशक्तिकरण और राजनीति में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राजीव गांधी की विरासत पर जोर दिया, जिसमें 1991 का घोषणापत्र, 18 साल के युवाओं को वोट देने का अधिकार और भारत का आईटी, कंप्यूटर और टेलीकॉम युग में प्रवेश शामिल हैं।

राजीव गांधी की हत्या 1991 में तमिलनाडु में एक चुनावी रैली के दौरान एलटीटीई के एक आत्मघाती हमलावर द्वारा कर दी गई थी। उनकी हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और यह भारतीय राजनीति के इतिहास में एक काला दिन था।

राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। वह भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 40 वर्ष की आयु में पदभार संभाला था। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने देश में कई महत्वपूर्ण सुधार किए और भारत को आधुनिक युग में ले जाने का प्रयास किया।

राजीव गांधी ने देश में कंप्यूटर और दूरसंचार क्रांति की शुरुआत की। उन्होंने देश में आईटी और टेलीकॉम क्षेत्र के विकास पर जोर दिया और इसके लिए कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया। उनके प्रयासों के कारण ही आज भारत आईटी और टेलीकॉम के क्षेत्र में विश्व के अग्रणी देशों में से एक है।

राजीव गांधी ने पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भी कई कदम उठाए। उन्होंने पंचायतों को अधिक अधिकार और संसाधन देने का प्रयास किया ताकि वे स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें। उनके प्रयासों के कारण ही आज पंचायती राज व्यवस्था देश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

राजीव गांधी ने राजनीति में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए। उन्होंने 18 वर्ष की आयु के युवाओं को वोट देने का अधिकार दिया और युवाओं को राजनीति में आने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके प्रयासों के कारण ही आज युवा राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

राजीव गांधी की विरासत

राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान देश में कई महत्वपूर्ण सुधार किए और भारत को आधुनिक युग में ले जाने का प्रयास किया। उनकी विरासत आज भी देश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

राजीव गांधी की सबसे बड़ी विरासत 1991 का घोषणापत्र है। इस घोषणापत्र में उन्होंने देश के आर्थिक सुधारों की नींव रखी और भारत को विश्व अर्थव्यवस्था से जोड़ने का प्रयास किया। उनके द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

राजीव गांधी की एक अन्य महत्वपूर्ण विरासत 18 वर्ष के युवाओं को वोट देने का अधिकार है। उन्होंने युवाओं को राजनीति में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें देश के भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर दिया।

राजीव गांधी की एक और महत्वपूर्ण विरासत भारत का आईटी, कंप्यूटर और टेलीकॉम युग में प्रवेश है। उन्होंने देश में कंप्यूटर और दूरसंचार क्रांति की शुरुआत की और भारत को विश्व के अग्रणी आईटी और टेलीकॉम देशों में शामिल किया।

राजीव गांधी की याद में

राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए, हमें उनके द्वारा किए गए कार्यों और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए।

राजीव गांधी ने अपने जीवन को देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने हमेशा देश हित को सर्वोपरि रखा और देश के विकास के लिए अथक प्रयास किए। उनके बलिदान और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी विरासत हमेशा देश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।

राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके द्वारा देश के लिए किए गए कार्यों को याद करते हैं। हमें उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और देश को विकास और समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहिए। यही राजीव गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।