प्रसिद्ध अभिनेता डोनाल्ड सदरलैंड का 88 वर्ष की उम्र में निधन, जानें उनकी फिल्मी यात्रा

प्रसिद्ध अभिनेता डोनाल्ड सदरलैंड का 88 वर्ष की उम्र में निधन, जानें उनकी फिल्मी यात्रा जून, 21 2024

अभिनेता डोनाल्ड सदरलैंड का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। सदरलैंड का जन्म 17 जुलाई 1935 को सेंट जॉन, न्यू ब्रंसविक, कनाडा में हुआ था और अपने लंबे और बहुमुखी करियर में उन्होंने अपनी पहचान बनाई। उनकी मृत्यु की सूचना उनके बेटे, अभिनेता कीफर सदरलैंड, ने सोशल मीडिया पर साझा की। कीफर ने अपने पिता को एक ऐसी शख्सियत बताया जो किसी किरदार से कभी भी नहीं घबराते थे और अपने काम को पूरी शिद्दत से करते थे।

सिनेमा का महत्वपूर्ण चेहरा

डोनाल्ड सदरलैंड का सिनेमा के क्षेत्र में योगदान अतुलनीय है। 1960 के दशक से 2020 के दशक तक फैले उनके करियर में उन्होंने कई यादगार किरदार निभाए। 'MASH' में हॉकआई पियर्स, 'कलूट' में जॉन क्लूट, और 'हंगर गेम्स' में राष्ट्रपति कोरिओलानस स्नो जैसे किरदारों में उनकी भूमिकाएं विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। उनका अभिनय सफर सिर्फ मुख्य भूमिकाओं तक सीमित नहीं था; उन्होंने सहायक और कैरेक्टर रोल्स में भी दर्शकों का दिल जीता।

सभी किरदार एक-दूसरे से भिन्न होते हुए भी उन्होंने हर एक में एक नई जान फूंक दी। उनके अभिनय की गहराई और विविधता ही उन्हें असाधारण बनाती है। 'ऑर्डिनरी पीपल' में एक दुःखी पिता का किरदार निभाने के लिए उन्हें विशेष सराहना मिली, जबकि 'हंगर गेम्स' में उनके कठोर और चालाक राष्ट्रपति कोरिओलानस स्नो का पात्र भी दर्शकों के दिलों में बसा हुआ है।

कला और समाज का संतुलन

डोनाल्ड सदरलैंड न सिर्फ अपने अभिनय बल्कि अपने सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता के लिए भी जाने जाते थे। वह वियतनाम युद्ध के कट्टर आलोचक थे और अभिनेत्री जेन फोंडा के साथ मिलकर 1971 में फ्री थिएटर एसोसिएट्स की स्थापना की। इस समय के दौरान उन्हें नेशनल सिक्योरिटी एजेन्सी द्वारा 1971 से 1973 तक वॉचलिस्ट पर भी रखा गया था।

उनकी सामाजिक सक्रियता और साहसिक रुख ने उन्हें सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं बल्कि एक जागरूक नागरिक भी बनाया। उनकी यह अप्रोच उनके फिल्मी किरदारों में भी झलकती है, जहां वह सामाजिक मुद्दों पर अपनी सोच व्यक्त करते दिखाई देते हैं।

महान अभिनेता के प्रति श्रद्धांजलि

महान अभिनेता के प्रति श्रद्धांजलि

डोनाल्ड सदरलैंड के निधन पर न सिर्फ उनके फैन्स बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नामों ने भी शोक व्यक्त किया है। फिल्म निर्माता रॉन हॉवर्ड, अभिनेत्री हेलेन मिरेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सदरलैंड को 'फिल्म के लेजेंड' और 'महान कनाडाई कलाकार' कहा।

उनकी श्रद्धांजलियों में एक खास बात यह उभर कर आई कि सदरलैंड ने न सिर्फ फिल्मों में अपनी पहचान बनाई, बल्कि अपने विचारों और साहसिक निर्णयों से भी लोगों को प्रेरित किया।

सदरलैंड का फिल्मी सफर

डोनाल्ड सदरलैंड का करियर 1960 के दशक में शुरू हुआ था, जब उन्होंने छोटे किरदारों से अपनी शुरुआत की। धीरे-धीरे उनकी पहचान बड़ी फिल्मों में बनने लगी। 'द डर्टी डजन' में उनकी छोटी लेकिन प्रभावशाली भूमिका ने दर्शकों का ध्यान खींचा। इसके बाद उन्होंने 'MASH' में हॉकआई पियर्स का किरदार निभाया, जो कि एक मील का पत्थर साबित हुआ।

1970 के दशक में सदरलैंड मारिए कोईटरनी के 'डोंट लुक नाउ' और 'एनिमल हाउस' जैसी फिल्मों में भी नजर आए। उनका अभिनय सिर्फ अमेरिकी फिल्मों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने ब्रिटिश सिनेमा में भी अपना नाम कमाया। 'इन्वैसिन ऑफ द बॉडी स्नैचर्ज़' और 'कासानोवा' जैसी फिल्मों में उनके किरदारों ने भी दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।

आखिरी झलक

आखिरी झलक

डोनाल्ड सदरलैंड ने अपनी अंतिम फिल्मों में भी अपने अभिनय का जादू बिखेरना जारी रखा। 'मूंक' और 'एडिसन' जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाएं उनके बढ़ते उम्र के बावजूद उतनी ही प्रखर और जीवंत थीं। 'हंगर गेम्स' त्रयी में राष्ट्रपति स्नो का किरदार निभाकर उन्होंने साबित कर दिया कि उम्र उनके अभिनय के जज्बे को कम नहीं कर सकती।

अंत में, सदरलैंड का जाना फिल्मी दुनिया के लिए एक बड़ा नुकसान है। उनके अभिनय का अनोखा अंदाज और उनकी फिल्मों का योगदान हमेशा के लिए दर्शकों के दिलों में बरकरार रहेगा। इस महान कलाकार की स्मृतियों में फिल्म प्रेमी हमेशा उन्हें याद करते रहेंगे।