राजस्थान के 14 जिलों में तूफान और लू का डबल अलर्ट, कई शहर 46 डिग्री के पार

राजस्थान के 14 जिलों में तूफान और लू का डबल अलर्ट, कई शहर 46 डिग्री के पार

राजस्थान में मौसम का बदलता मिजाज: गर्मी और तूफान एक साथ

राजस्थान की हवा में इस समय बेचैनी है। एक तरफ तापमान आसमान छू रहा है, दूसरी ओर आकाश में काले बादल और तेज़ हवाओं का डर है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया है। जयपुर, उदयपुर, कोटा, जोधपुर और बीकानेर समेत कई बड़े शहर प्रभावित रहेंगे। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे खुले इलाकों में धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।

सबसे डरावनी बात है कि इन्हीं दिनों पांच शहरों—श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर और बाड़मेर—में लू का अलर्ट है और पारा 46 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। 15 मई को श्रीगंगानगर हीट जोन बना रहा, जहां 45.8°C तापमान रिकॉर्ड किया गया। आने वाले चार-पाँच दिन भी कम तापमान की कोई उम्मीद नहीं दिख रही। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि पश्चिमी राजस्थान—खासतौर पर जोधपुर और बीकानेर डिविज़नों—में अगले तीन-चार दिन धूल भरी तेज हवाएं चलती रहेंगी।

क्या होगी असर और कैसे बचें?

तेज तूफानी हवा और जबरदस्त लू, दोनों की जद्दोजहद से जनजीवन और भी मुश्किल हो सकता है। जिन जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट है, वहां खेतों और खुले इलाकों में काम कर रहे लोगों को खतरा बढ़ गया है। शहरों में निर्माणाधीन इमारतों, बिजली के तारों और ट्रैफिक पर भी इसका असर पड़ सकता है।

लू प्रभावित क्षेत्रों में दोपहर के समय घर से बाहर निकलना खतरनाक साबित हो सकता है। डॉक्टर भी लगातार सलाह दे रहे हैं कि लोग पानी ज्यादा पीएं, हल्के कपड़े पहनें और आवश्यक काम न हो तो धूप से दूर रहें। खासतौर पर बुजुर्गों और बच्चों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

कुछ राहत की उम्मीद उत्तर राजस्थान को मिल सकती है, जहां 19 से 20 मई के बीच हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि राज्य के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क ही रहने का अनुमान है। मौसमी बदलाव के चलते स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं और जिले स्तर पर लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है।

पहाड़ी और रेगिस्तानी इलाकों की आबोहवा को देखते हुए अगले कुछ दिनों तक सभी को मौसम की इस दोहरी चुनौती का सामना करना ही होगा।

17 टिप्पणि

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    Khaleel Ahmad

    मई 19, 2025 AT 22:42
    ये गर्मी और तूफान का जोड़ी वाला मौसम अब रोज़ की बात बन गया है। कोई न कोई जिला हमेशा अलर्ट पर ही रहता है।
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    Liny Chandran Koonakkanpully

    मई 21, 2025 AT 21:43
    अरे भाई ये तो बस शुरुआत है! अगले साल 50 डिग्री आ जाएगा और फिर लोग कहेंगे कि ये तो प्राकृतिक चक्र है 😭🔥
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    Shruti Singh

    मई 22, 2025 AT 18:22
    लोग अभी भी दोपहर को बाहर घूम रहे हैं? बस एक बार अपने बच्चों की तरफ देख लो। ये गर्मी बच्चों को नहीं बल्कि उनके भविष्य को मार रही है!
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    Rohit verma

    मई 24, 2025 AT 09:57
    हां भाई, लेकिन इस बार थोड़ा अलग है। बीकानेर में तो बिजली के तार गिर गए, और जयपुर में बारिश के बाद बाढ़ आ गई। ये मौसम अब सिर्फ गर्मी नहीं, बल्कि अस्थिरता है 🙏
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    Rashmi Primlani

    मई 25, 2025 AT 02:31
    पश्चिमी राजस्थान के लोगों को अब बारिश की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। जल संरक्षण के लिए रूफटॉप रिचार्जिंग, वॉटर टैंक और बारिश के पानी को रोकने की व्यवस्था हर घर में होनी चाहिए। ये तकनीकी समाधान हैं, भावनाएं नहीं।
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    avinash jedia

    मई 25, 2025 AT 17:15
    तूफान का अलर्ट? अरे यार ये तो राजस्थान में हर साल होता है। मौसम विभाग तो बस अपना बजट खर्च कर रहा है।
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    Debakanta Singha

    मई 27, 2025 AT 04:19
    लू से बचने के लिए पानी पीना और छाता लेना बस इतना ही नहीं। घरों में एयर कूलर की जगह नींबू पानी के बर्तन और बांस की छतें लगाओ। ये पारंपरिक तरीके आज भी काम करते हैं।
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    Manu Metan Lian

    मई 27, 2025 AT 14:04
    मैं तो ये कहूंगा कि ये सब नियंत्रण खोने का नतीजा है। जब तक हम विकास को प्राकृतिक संतुलन के ऊपर नहीं रखेंगे, तब तक ये तापमान बढ़ता रहेगा। आप सब लोग तो बस एयर कंडीशनर चलाते रहेंगे।
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    Pooja Mishra

    मई 28, 2025 AT 01:50
    मौसम विभाग के अलर्ट से पहले ही बाजार में बर्फ की दुकानें बंद हो चुकी हैं। अब बर्फ के लिए 50 किमी दूर जाना पड़ता है। ये अलर्ट तो बस एक बातचीत का नाम है, असली समस्या तो आपके घर के बाहर है।
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    Payal Singh

    मई 28, 2025 AT 05:03
    कृपया इस बार बच्चों को बाहर न भेजें। बुजुर्गों के लिए फ्री बर्फ और नींबू पानी का वितरण करें। ये तो बस एक अलर्ट नहीं, ये जीवन बचाने का मौका है। 🌿💧
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    Arya Murthi

    मई 29, 2025 AT 03:32
    देखो, जोधपुर में तो आज एक बूढ़े आदमी ने अपनी बेटी के लिए बर्फ का टुकड़ा रख दिया था। वो बर्फ को छूकर रो रहा था। ये अलर्ट नहीं, ये दर्द है।
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    Prakash chandra Damor

    मई 29, 2025 AT 19:49
    क्या ये लू का अलर्ट सिर्फ तापमान के आधार पर है या नमी और हवा की गति को भी देखा गया है? क्या मौसम विभाग के पास डेटा है या बस अनुमान?
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    Kunal Sharma

    मई 30, 2025 AT 23:02
    ये जो तूफान और लू का डबल अलर्ट है, ये तो प्राकृतिक द्वंद्व का नाटक है। एक तरफ बादल बन रहे हैं, दूसरी तरफ धूल उड़ रही है। ये नहीं कि मौसम बदल रहा है, ये तो पृथ्वी अपने आप को ठीक करने की कोशिश कर रही है।
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    harsh raj

    जून 1, 2025 AT 16:38
    हमें अपने घरों में छतों पर सोलर पैनल लगाने की जरूरत नहीं, बल्कि छायादार बरामदे और बांस की छतें बनाने की जरूरत है। ये तकनीक नहीं, ये जीवन शैली है।
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    himanshu shaw

    जून 2, 2025 AT 19:04
    ये सब अलर्ट तो बस एक बड़ा धोखा है। मौसम विभाग के पास कोई डेटा नहीं, बस एक अनुमान है। और फिर लोगों को डराया जाता है। ये तो राजनीति है।
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    Raksha Kalwar

    जून 4, 2025 AT 00:25
    अगर आप लोग बच्चों को दोपहर को बाहर नहीं भेजेंगे, तो ये गर्मी उनके लिए बहुत कम खतरनाक हो जाएगी। ये सिर्फ एक अलर्ट नहीं, ये जिम्मेदारी है।
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    Debakanta Singha

    जून 5, 2025 AT 13:25
    मैंने अपने गांव में एक बर्फ बनाने की व्यवस्था बना दी है। रात में पानी फैलाते हैं, सुबह बर्फ बन जाती है। लोग इसे घरों में रख लेते हैं। ये तकनीक सिर्फ राजस्थान में नहीं, पूरे देश में काम करती है।

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