RBSE 12वीं परिणाम 2024 घोषित: राजस्थान बोर्ड ने कला, वाणिज्य और विज्ञान संकायों के परिणाम जारी किए
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने कला, वाणिज्य और विज्ञान संकायों के लिए 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं। यह उन लगभग 9 लाख छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिन्होंने परीक्षाएं दी थीं। उल्लेखनीय है कि पहली बार, बोर्ड ने तीनों संकायों के परिणाम एक साथ जारी किए हैं।
विज्ञान संकाय के लिए कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 97.73%, वाणिज्य के लिए 98.95% और कला के लिए 96.88% है। लड़कियों ने सभी संकायों में लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है, विज्ञान में 98.90%, वाणिज्य में 99.51% और कला में 97.86% उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ। परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध हैं।
RBSE ने यह भी बताया है कि अलवर की प्राची सोनी ने विज्ञान संकाय में 100% अंक हासिल किए हैं, जबकि उदयपुर की भूमिका रानावत ने 99% अंकों के साथ विज्ञान संकाय में टॉप किया है। बूंदी जिले की विशा प्रजापति ने कला संकाय में 98.20% अंक प्राप्त किए हैं और जिला टॉपर बनी हैं।
बोर्ड ने वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा के परिणाम भी घोषित किए हैं, जिसमें 94% उत्तीर्ण प्रतिशत है। RBSE का तीनों संकायों के परिणाम एक साथ जारी करने का निर्णय पिछली प्रथा से एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है, जहां विज्ञान और वाणिज्य के परिणाम एक साथ घोषित किए जाते थे, और कला संकाय के परिणाम अलग से घोषित किए जाते थे।
2024 की परीक्षाओं के परिणाम पिछले वर्ष के परिणामों की तुलना में सुधार दिखाते हैं, जहां 2023 में विज्ञान में 95.65%, वाणिज्य में 95.85% और कला में 92.35% थे। इस वर्ष के उत्कृष्ट परिणाम छात्रों, शिक्षकों और बोर्ड के अथक प्रयासों को दर्शाते हैं।
RBSE के अध्यक्ष डॉ. डी.पी. जारोली ने परिणामों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "हमें छात्रों के प्रदर्शन पर गर्व है। यह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतिफल है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।"
परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, शिक्षकों और मित्रों के निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन को दिया है। उन्होंने नियमित अध्ययन और अभ्यास को अपनी सफलता का मूल मंत्र बताया।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बुलाकी दास कल्ला ने भी छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार के लिए काम कर रही है।
12वीं कक्षा के परिणाम छात्रों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि यह उनके भविष्य की शिक्षा और करियर के अवसरों को निर्धारित करता है। RBSE द्वारा परिणामों को समय पर और पारदर्शी तरीके से घोषित करना सराहनीय है।
छात्र अब अपनी रुचि और योग्यता के आधार पर उच्च शिक्षा या करियर के विकल्पों का चयन कर सकते हैं। राजस्थान के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
RBSE 12वीं के परिणाम राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं। यह छात्रों, शिक्षकों और बोर्ड के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। हम उम्मीद करते हैं कि छात्र अपनी सफलता को भविष्य में और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
Naman Khaneja
मई 21, 2024 AT 13:48बहुत बढ़िया! ये रिजल्ट देखकर दिल खुश हो गया 😊 छात्रों ने मेहनत की, शिक्षकों ने संभाला, बोर्ड ने सही दिशा दिखाई - ये तो राजस्थान का गौरव है!
Gayatri Ganoo
मई 22, 2024 AT 05:1798% उत्तीर्ण? ये सब फेक है भाई साहब ये रिजल्ट बोर्ड ने कल रात में बना दिया है और लड़कियों के अंक ज्यादा क्यों? बस इनके लिए फिल्टर बना दिया है
harshita sondhiya
मई 22, 2024 AT 13:19ये सब नाटक है! जब लड़के फेल होते हैं तो बोर्ड कहता है अभी तक नहीं आया, अब लड़कियों के अंक बढ़े तो फैंसी रिपोर्ट बना दी! ये सब चल रहा है सिर्फ प्रेस रिलीज के लिए
Balakrishnan Parasuraman
मई 23, 2024 AT 17:48इस देश में अब लड़कियों के अंक बढ़ाने के लिए अंक बढ़ाए जा रहे हैं? ये कैसा राष्ट्रीय अपराध है? अगर लड़कों के अंक कम हैं तो उनकी कमजोरी है, न कि बोर्ड की नीति। ये भावनात्मक निर्णय देश के भविष्य के लिए खतरा है।
Abhrajit Bhattacharjee
मई 24, 2024 AT 22:29बहुत अच्छा हुआ कि बोर्ड ने तीनों संकायों के परिणाम एक साथ जारी किए। ये छोटा सा बदलाव भी बहुत महत्वपूर्ण है। छात्रों को जल्दी पता चल जाता है, और अब वो अपना अगला कदम तुरंत उठा सकते हैं।
Raj Entertainment
मई 26, 2024 AT 02:05अलवर की प्राची सोनी ने 100% किया? वाह ब्रावो! ये लड़की अब राजस्थान की नई आईकॉन बन गई। उसके घर वालों को भी बधाई - जो इतनी अच्छी लड़की को पाला है।
Manikandan Selvaraj
मई 27, 2024 AT 22:5399% वाली भूमिका रानावत कौन है? उसका फोन नंबर दो ताकि मैं उसे अपनी बेटी के लिए ट्यूटर बना सकूं और उसके नोट्स चुरा सकूं
Nisha gupta
मई 28, 2024 AT 04:43यहाँ के रिजल्ट देखकर लगता है कि शिक्षा का उद्देश्य अब सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन बनाना है। लड़कियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन न केवल उनकी शक्ति है, बल्कि एक नए समाज की आवाज है।
Fatima Al-habibi
मई 29, 2024 AT 04:3798.95% उत्तीर्ण? तो फिर 1.05% कहाँ गए? क्या वो बस अदृश्य हो गए? या फिर उनके नाम बोर्ड ने डेटाबेस से हटा दिए?
jijo joseph
मई 30, 2024 AT 13:53परिणाम एकीकृत करने का यह नया एल्गोरिदम बोर्ड के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए एक स्ट्रैटेजिक मूव है - डेटा इंटीग्रेशन, टाइमलाइन ऑप्टिमाइजेशन, और स्टूडेंट एक्सपीरियंस इंप्रूवमेंट के संदर्भ में ये एक क्लिनिकल बेनिफिट है।
Roshni Angom
मई 31, 2024 AT 00:55हर एक छात्र जिसने इस परीक्षा में भाग लिया... वो जीत चुका है। क्योंकि जो लड़का या लड़की अपनी किताबें उठाता है, वो पहले से ही जीत गया है - अंक तो बस एक नोट है, जिंदगी का नहीं।
Manvika Gupta
मई 31, 2024 AT 13:39मैं भी 12वीं दे रही थी... अब तो मुझे लगता है कि मैंने बस खो दिया
Gaurav Verma
मई 31, 2024 AT 15:54प्राची सोनी ने 100% किया? ये नहीं हो सकता
Ananth SePi
जून 1, 2024 AT 01:21अरे भाई, ये राजस्थान का रिजल्ट देखकर लगता है जैसे कोई बड़ा फेस्टिवल चल रहा हो - लड़कियों के अंक, बोर्ड का नया अंदाज़, टॉपर्स के नाम जैसे नए गीत गूंज रहे हैं! अलवर की प्राची सोनी? वो तो अब राजस्थान की लक्ष्मी हो गई, जिसके नाम पर अब नए टी-शर्ट बनेंगे, और गाँवों में बच्चे उसके नाम से खिलौने बेचेंगे! ये नहीं कि बोर्ड ने बस एक रिजल्ट जारी किया, बल्कि एक नया सपना जगाया है - जहाँ लड़की का नाम भी अंकों की तरह चमकता है, और उसकी जीत सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि एक नई राह बताती है। अब जब एक लड़की बूंदी से 98.2% लाती है, तो उसके गाँव का हर बच्चा सोचता है - मैं भी कर सकता हूँ। ये रिजल्ट बोर्ड का नहीं, ये तो पूरे राजस्थान का गाना है - जिसमें हर बच्चा एक धुन बनाता है, और हर शिक्षक एक तार बांधता है। अब तो लगता है जैसे कोई बड़ा संगीत बज रहा हो - और इस बार ये संगीत निश्चित रूप से लड़कियों के लिए बज रहा है।
Animesh Shukla
जून 2, 2024 AT 08:44इस रिजल्ट के पीछे क्या वास्तविकता है? क्या ये सिर्फ अंकों का खेल है, या शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य की ओर एक कदम? क्या हम वास्तव में छात्रों की समझ और विचारशक्ति को बढ़ा रहे हैं, या सिर्फ उनके अंकों को बढ़ा रहे हैं? ये बातें तो रिजल्ट के बाद भी रह जाती हैं... और शायद यही असली परीक्षा है।
vicky palani
जून 2, 2024 AT 14:2099% वाली भूमिका रानावत को तो मैंने देखा है वो तो बस एक रिपीटर है जिसने दो बार पढ़ा है और अब बोर्ड ने उसे टॉपर बना दिया ताकि बात बन जाए
leo kaesar
जून 4, 2024 AT 05:57100%? नहीं हो सकता।