स्मॉल-कैप निवेशकों पर दबाव: क्वांट म्युचुअल फंड की हिस्सेदारी वाले शेयरों पर मंडरा रहा खतरा

स्मॉल-कैप निवेशकों पर दबाव: क्वांट म्युचुअल फंड की हिस्सेदारी वाले शेयरों पर मंडरा रहा खतरा

सेबी की जांच की कार्रवाई और उसके प्रभाव

प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने क्वांट म्युचुअल फंड पर फ्रंट-रनिंग के संदेह में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की है। इस जांच से उत्पन्न होने वाले संभावित परिणामों को लेकर बाजार में हलचल है। जिन शेयरों में क्वांट म्युचुअल फंड की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, उन पर दबाव बढ़ सकता है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इससे विशेषकर उन छोटे शेयरों पर अधिक प्रभाव पड़ सकता है जहां दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है।

क्वांट म्युचुअल फंड का पोर्टफोलियो और बाजार पर असर

क्वांट म्युचुअल फंड देश का तीसरा सबसे बड़ा स्मॉल-कैप फंड संचालित करता है और इसकी प्रबंधनाधीन संपत्ति मूल्य 20,000 करोड़ रुपये है। यह फंड देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला म्युचुअल फंड है, जिसका कुल प्रबंधनाधीन संपत्ति मूल्य इस कैलेंडर वर्ष में 50,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 90,000 करोड़ रुपये हो गया है। मई माह में इस फंड ने स्मॉल-कैप फंड्स में 43 प्रतिशत का नेट फ्लो प्राप्त किया था।

प्रमुख हिस्सेदारी वाले शेयर और उनका जोखिम

क्वांट म्युचुअल फंड ने कई प्रमुख कंपनियों में 5 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी ले रखी है। इनमें सेंचुरी एंका (7.87 प्रतिशत), ऑर्किड्स फार्मा (6.83 प्रतिशत), एचएफसीएल (6.42 प्रतिशत), अरविंद (5.76 प्रतिशत), स्ट्राइड्स फार्मा साइंस (5.42 प्रतिशत), कीस्टोन रियल्टर्स (5.40 प्रतिशत), पिक्स ट्रांसमिशन (5.21 प्रतिशत) और एचईजी (5.20 प्रतिशत) शामिल हैं। इन कंपनियों में निवेशकों को ध्यान देना होगा क्योंकि इन स्टॉक्स पर दबाव बढ़ने की संभावना है।

सेबी की कार्रवाई और असर

सेबी की तलाशी और जब्ती की कार्रवाई मुंबई और हैदराबाद के दो स्थानों पर की गई। इस कार्रवाई का संदिग्ध लाभ लगभग 20 करोड़ रुपये का है। फ्रंट-रनिंग की जांच से उत्पन्न अनिश्चितता से शेयरों के मूल्य पर दबाव बढ़ सकता है। बाजार के जानकारों का कहना है कि यह समय निवेशकों को सतर्क रहने का है और विशेषकर छोटे शेयरों में सावधानी बरतने की जरूरत है।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को मार्केट के इस अनुसंधान के दौर में सतर्कता से काम लेना चाहिए। जो कंपनियां अक्सर कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण अधिक प्रभावित हो सकती हैं, उनमें विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। अनिश्चितता से बचने के लिए निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का सम्यक पुनरीक्षण करना चाहिए और जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए।

भविष्य की संभावनाएं

क्वांट म्युचुअल फंड अपनी तीव्र वृद्धि और संभावना की ओर देख रहा है, लेकिन यह देखना बाकी है कि यह स्थिति कंपनी और उसके निवेशकों के भविष्य पर कैसा प्रभाव डालती है। सेबी की कार्रवाई और बाजार की प्रतिक्रियाओं के साथ, निवेशकों को सुरक्षित और संतुलित निवेश की रणनीति अपनानी होगी।

सारांश

सेबी की तलाशी और जब्ती कार्रवाई ने क्वांट म्युचुअल फंड और उसके निवेशकों के मध्य चिंता का माहौल बना दिया है। जिन शेयरों में इसकी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, उनमें दबाव का अनुभव हो सकता है। निवेशकों को इस समय सावधानीपूर्वक अपने निवेश का प्रबंधन करना चाहिए और जोखिम से बचने के उपाय करने चाहिए।

11 टिप्पणि

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    Sri Lakshmi Narasimha band

    जून 25, 2024 AT 02:15
    ये क्वांट फंड तो अब सिर्फ एल्गोरिदम नहीं, बल्कि एक अंधेरा राजनीतिक खेल बन गया है 😅 जब तक छोटे निवेशक अपने पैसे इन शेयर्स में डालते रहेंगे, तब तक ये लोग बाजार को घुमाते रहेंगे 🤫📈
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    sagar patare

    जून 25, 2024 AT 18:55
    अरे भाई ये सब तो बस दिखावा है। सेबी को भी पता है ये सब बकवास है, लेकिन लोगों को शांत करने के लिए थोड़ा धुआं बना रहे हैं।
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    Shivakumar Lakshminarayana

    जून 26, 2024 AT 01:43
    फ्रंट रनिंग का आरोप लगाने से पहले सेबी खुद को चेक करे कि उसके अंदर कितने बड़े फंड्स ने नियम तोड़े हैं। छोटे लोगों को दिखावा करके बड़े लोगों को बचाना है ये नीति।
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    Adarsh Kumar

    जून 27, 2024 AT 03:07
    हमारे देश में क्वांट फंड्स को टारगेट करना बिल्कुल बेकार है। अगर ये फंड इतने बड़े हैं तो इनके पीछे बड़े बैंक और बॉडीज़ हैं। सेबी असली शिकारी को नहीं ढूंढ रही, बल्कि छोटे बकरों को दिखा रही है। अब तक किसी ने रिलायंस या टाटा के शेयर्स पर तलाशी लगाई? नहीं। क्यों? क्योंकि वो तो राजनीति के भीतर हैं।
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    Nidhi Singh Chauhan

    जून 29, 2024 AT 00:35
    क्या आपने देखा कि इन शेयर्स के डेटा में अजीब ब्रेक्स हैं? मई में जो फ्लो आया वो बिल्कुल नकली है... किसी ने अपने अकाउंट से एक साथ खरीदा होगा। सेबी को बस ट्रेडिंग लॉग्स चेक करने हैं।
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    Anjali Akolkar

    जून 30, 2024 AT 00:57
    बस थोड़ा सावधान रहो दोस्तों ❤️ जो शेयर ज्यादा ट्रेड नहीं हो रहे उनमें अचानक बड़ा ट्रांजैक्शन देखो तो उसके बाद बेच देना बेहतर होगा। निवेश तो बचाना है, न कि जोखिम लेना।
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    srinivas Muchkoor

    जून 30, 2024 AT 03:53
    क्वांट फंड बेकार हैं और इनकी वजह से हमारे छोटे निवेशक बर्बाद हो रहे हैं। इन्हें बंद कर देना चाहिए। बाजार में इंसानी फैसले होने चाहिए, न कि मशीनों के।
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    Sunil Mantri

    जून 30, 2024 AT 08:31
    क्वांट म्यूचुअल फंड की पोर्टफोलियो देखो... ये तो सिर्फ एक बड़े फंड मैनेजर के बारे में है जो अपने दोस्तों के स्टॉक्स में डाल रहा है। ये सब बहुत आसानी से ट्रेस किया जा सकता है।
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    Santosh Hyalij

    जुलाई 1, 2024 AT 23:10
    कोई भी फंड जिसका पोर्टफोलियो इतना असंगठित हो, उसकी जांच होनी चाहिए। ये फंड बाजार के लिए खतरा हैं। इन्हें नियमित करना होगा।
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    Parmar Nilesh

    जुलाई 3, 2024 AT 02:29
    सेबी के पास जब तक बड़े बैंकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ये सब नाटक है। ये छोटे फंड्स तो बस बलि के लिए चुने गए हैं। अगर तुम्हारे पास कोई बड़ा निवेश है, तो तुम इस फ्रेम में नहीं आते।
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    Arman Ebrahimpour

    जुलाई 5, 2024 AT 02:06
    इस तरह की जांच से कुछ नहीं होगा... असली बात ये है कि जो लोग इन शेयर्स को चला रहे हैं, वो सेबी के अंदर ही हैं। ये सब नाटक है। अगर तुम्हें असली जानकारी चाहिए, तो बस एक बार इन फंड्स के ट्रेडिंग पैटर्न को चेक करो। तुम्हें पता चल जाएगा कि ये सब किसके नाम पर चल रहा है।

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