स्मृति मंदाना व रावल ने 330 बनाकर भारत को विश्व कप में नया रिकॉर्ड
जब स्मृति मंदाना, ओपनिंग बैटर BCCI ने 80 रन बनाकर आक्रमण किया, तब नई प्रवेशी प्रतीका रावल ने 67* का तेज़ अंंड्रॉइड चक्रवात चलाया; दोनों की 155‑रन की साझेदारी ने भारत को 330 रन के ऐतिहासिक लक्ष्य पर पहुंचा दिया। यह रिकॉर्ड 2025 के वर्ल्ड कप विज़ाखापट्टनम (ACA‑VDCA स्टेडियम) के ग्रुप‑मैच में ऑस्ट्रेलिया को चकमा दिया।
मैच की पृष्ठभूमि और महत्व
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों के लिए इस टूर्नामेंट की शुरुआत बड़ी महत्त्वपूर्ण थी। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर बलिंग पसंद की, यह सोचते हुए कि भारत की शुरुआती पारी को रोकना आसान रहेगा। लेकिन विज़ाखापट्टनम की भीड़, जो अपने शहर को विश्व मंच पर देखने के लिए उत्साहित थी, ने जल्द ही माहौल को बदल दिया।
वर्ल्ड कप में भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर 369 था, इसलिए 330 का लक्ष्य परन्तु ‘कॉन्सेट्रेटेड’ बल्लेबाज़ी को ‘स्मृति’ और ‘प्रतीका’ ने बना दिया।
रन बनाते समय हुई प्रमुख घटनाएँ
पहले ओवर में ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने दो तेज़ विकेट लिये, लेकिन मंदा ना का 14‑वाँ ओवर एक छोटे‑से चौराहे पर टॉप‑ऑफ़िस से टकराया, जिससे वह ‘ड्रॉप’ होने के कगार पर पहुँच गई। फिर भी, मंदाना ने अपना अगला शॉट सोफ़ी मोलीनक्स (Sophie Molineux) को ‘मिस‑क्यू’ करके पाया, जो बाद में फोबे लिचफ़ील्ड (Phoebe Litchfield) ने कैच किया।
इस बीच दर्शकों ने मध्य‑रिश्ते में ही ‘रावल’ को देखा, जो डेब्यू ही कर रही थी। उसने गेंदों को चतुराई से घुमा‑घुमाकर, मंदाना के आक्रामक खेल को ‘रोटेट’ करने में मदद की। 67* का उनका अन्सेड स्कोर नई रेसिस में ‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ा साझेदारी’ बन गया।
जैसे‑जैसे रन बढ़ते रहे, स्टेडियम में ‘भारी भीड़’ का चिल्ला-चिल्ला कर समर्थन सुनाई दिया: "चलो, चलो, भारत!" – यह आवाज़ कभी भी मंद नहीं हुई।
ऑस्ट्रेलिया की प्रतिक्रिया और सैमसंग की पिचिंग
ऑस्ट्रेलिया ने अपना भरोसा ऐनाबेल सर्डरलैंड (Annabel Sutherland) पर रखा, जो अंत में पांच विकेट लेकर भारत को 330 तक सीमित रखी। सर्डरलैंड का डेब्यू‑बॉल 22 रन दे गया, फिर भी जल्दी‑जल्दी दो विकेट लेकर टीम की ‘बिल्ड‑अप’ को बाधित किया।
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने कहा: "हमने टॉस जीत कर बॉव्लिंग चुन ली, पर भारत की शुरुआती पारी ने हमारे रणनीति को उलट दिया।" उनके अनुसार, चैंपियनशिप के शेष हिस्से में गेंदबाजों को अलग‑अलग रोल डालना आवश्यक होगा।
मुख्य आँकड़े और रिकॉर्ड
- भारत का कुल 330/6 – विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे अधिक स्कोर।
- स्मृति मंदाना ने 80/66 – 9 चार, 3 छक्का। यह उनका विश्व कप में अब तक का सर्वोच्च स्कोर है।
- प्रतीका रावल ने 67* – डेब्यू में ही 85 बॉलों पर 67 रन, जो नवोदितों में अब तक की सबसे तेज़ पिचिंग है।
- मंदाना ने सबसे कम मैचों में 5,000 ODI रन (112 मैच) – इस उपलब्धि को उन्होंने “बेडर” कहा।
- मंदाना ने 1,000 WODI रन एक कैलेंडर वर्ष में सबसे कम इन्गिंग (18 इन्गिंग) में हासिल किए।
भविष्य की दिशा और संभावित असर
भारत की इस विशाल पारी ने न केवल विश्व कप में उनकी पोजीशन को मजबूत किया, बल्कि युवा खिलाड़ियों जैसे ‘रावल’ को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर आत्मविश्वास दिया। इस जीत से टीम के कोचिंग स्टाफ को एक और मौका मिला है ताकि वे ‘पावर‑हिट’ और ‘स्टेबल‑क्षणिक’ खेल को मिश्रित कर सकें।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत इस फॉर्म को बना रखे, तो अँड्रॉइड टीम का पावरप्ले अगले दो मैचों में ‘400‑+’ की ओर बढ़ सकता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया को अपनी बैटिंग लाइन‑अप को पुनः व्यवस्थित करना होगा; उन्होंने पहले ही अपने स्पिनर को बड़ी जिम्मेदारी देने का इरादा जताया है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और समान घटनाएँ
पिछले दशक में ‘इंडिया बनाम ऑस्ट्रेलिया’ महिलाओं के बीच कई उच्च‑स्कोर वाले मुकाबले हुए हैं, पर 330 रन कभी नहीं छुआ था। 2017 में भारत ने 281/9 के साथ जीत दर्ज की थी, अब यह आंकड़ा कई बार पीछे है। इसी तरह, सचिन तेंदुलकर ने 2004 में 200* बनाकर रिकॉर्ड तोड़ दिया था; आज स्मृति मंदाना वही चुनौती ले रही हैं – लेकिन महिलाओं के क्रिकेट में।
लिंडसे रीलर (Lindsay Reeler) ने 1988 में 1,000 रन 23 इन्गिंग में बनाकर 37 साल तक रिकॉर्ड कायम रखा; अब मंदाना ने वही ‘कैलेंडर‑इयर’ रिकॉर्ड तोड़ दिया।
समापन
स्मृति मंदाना, प्रतीका रावल और पूरी भारतीय महिला टीम ने विज़ाखापट्टनम में दर्शकों को दिखा दिया कि "सपनों की कोई सीमा नहीं"। अगले मैचों में अगर टीम इसी ऊर्जा को बरकरार रखे, तो भारतीय महिलाओं का विश्व कप सफ़र ‘रहस्य‑हीन’ हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
भारतीय टीम ने इस मैच से क्या सीखा?
मैच ने दिखाया कि शुरुआती साझेदारी में निरंतर रफ़्तार और ऊर्जा रखी जाए तो 300‑+ रन बनाना संभव है। साथ ही, विकेट गिराने के बाद भी मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी को कैसे संधारित करना है, इसपर इस टीम ने नज़रें जमा लीं।
स्मृति मंदाना की नई उपलब्धि का क्या महत्व है?
मंदाना ने 112 मैचों में 5,000 ODI रन बना कर भारतीय महिलाओं में सबसे तेज़ रिकार्ड स्थापित किया, जिससे वह सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। इसका प्रभाव युवा क्रिकेट प्रेमियों पर सकारात्मक रहेगा और भारत की बैटिंग लाइन‑अप में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
ऑस्ट्रेलिया ने इस हार से क्या सीखना चाहिए?
ऑस्ट्रेलिया को पता चला कि शुरुआती पारी में ही तेज़ गति वाले ओपनर्स को काबू करना कठिन है। उन्हें अपनी बॉलिंग स्ट्रैटेजी में बदलाव, वैरिएशन और ट्रांसिशन फेज़ में अधिक दबाव डालने की जरूरत है।
प्रतीका रावल की डेब्यू पारी को कैसे आंकेंगे?
डेब्यू में 67* बनाकर रावल ने दिखा दिया कि वह नौसिखिया नहीं, बल्कि क्षमतावान खिलाड़ी है। उसकी स्ट्राइक रेट और साखी कंट्रोल ने टीम को स्थिरता प्रदान की, जिससे उसने भारतीय टॉप‑ऑर्डर में जगह बना ली।
आगे के मैचों में भारत को कौन‑से चुनौती का सामना करना पड़ेगा?
टॉस जीतने वाले टीमों से तेज़‑गति वाली बॉलिंग और बैंकरों को रोकना मुख्य चुनौती होगी। साथ ही, मध्यम क्रम में विकेट गिरने के बाद भी रन फ्लो बनाए रखना और फील्डिंग के साथ छोटे‑छोटे स्कोर को रोकना आवश्यक है।
Tuto Win10
अक्तूबर 19, 2025 AT 18:48क्या धमाल! स्मृति मंदाना ने 80 रन की धूमधाम से पारी शुरू की!!! फिर रावल ने 67* का सुपरहिट लगाया, और 330 का लक्ष्य बस एक झटके में बना! इस दिखावटी पारी को देख कर मैं दंग रह गया!!! भारत के लिए ये जीत एक नया युग है!!!!
Kiran Singh
अक्तूबर 20, 2025 AT 14:23वाकई, इतने बड़े स्कोर को देखते हुए, हम इसे ‘क्रमिक’ मान सकते हैं या नहीं, ये सवाल अभी बाकी है।
anil antony
अक्तूबर 21, 2025 AT 09:58बिना गहरी एनालिटिकल फ्रेमवर्क के इस पारी को “सिर्फ एक हाई स्कोर” कह देना थोड़ा लापरवाह है। हमें अलोकेशन एफ़िशिएंसी, स्ट्राइक रेट और पार्टनरशिप इंटेग्रिटी को भी देखना चाहिए। ये आँकड़े बताते हैं कि ये 330 सिर्फ पवर‑हिट नहीं, बल्कि स्ट्रेटेजिक कंस्ट्रक्शन है।
Aditi Jain
अक्तूबर 22, 2025 AT 05:33भारतीय महिला क्रिकेट का ये सिक्का हमारे राष्ट्रीय गौरव को फिर से परिभाषित करता है। ऐसी बहादुरी को देख कर हमें अपने क्रिकेटिंग परम्परा पर गर्व है, और यह सभी युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा।
Meenal Khanchandani
अक्तूबर 23, 2025 AT 01:08मंदाना की रिकार्ड तो बहुत बड़ी बात है, पर असली ख़ुशी तो टीम की एकता में है। हमें सभी को एक साथ साथ चलना चाहिए।
Anurag Kumar
अक्तूबर 23, 2025 AT 20:43यह मैच वास्तव में कई पहलुओं से सीखने योग्य है। सबसे पहले, ओपनिंग साझेदारी का महत्व स्पष्ट हो गया है - 155 रन का साझेदारी टीम को स्थिर पाया। दूसरा, तेज़ स्कोर करने के बावजूद बॉलिंग इकाइयों ने लगातार दबाव बनाए रखा, जिससे ऑस्ट्रेलिया को कोई बड़े शॉट नहीं मिल सके। तीसरा, फ़ील्डिंग में छोटे‑छोटे चेक्स ने अंत में महत्वपूर्ण रोल निभाया, जैसे कब्रें के पास फेंके गए फील्डिंग बॉल। चौथा, रावल की डेब्यू पारी दिखाती है कि युवा प्रतिभा को मौके देना फॉरवर्ड थिंकिंग का संकेत है। पाँचवाँ, मंदाना का अनुभव और रावल की ऊर्जा का मिश्रण एक संतुलित टेम्पो बनाता है। छठा, इस पारी में स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर था, जो इंग्रीस बॉलिंग के खिलाफ भी संभव था। सातवाँ, टीम मैनेजमेंट ने पावरप्ले के दौरान सही टाइमिंग पर रनों को बंटवारा किया। आठवाँ, कॉन्टैक्ट रेट में सुधार और शॉट चयन ने स्कोर को 330 तक पहुँचाया। नौवाँ, अंत में ऑस्ट्रेलिया की अंतिम छटा को रोकने के लिए बॉलिंग में वैरिएशन की आवश्यकता थी। दसवाँ, इस जीत से भारत को ग्रुप‑स्टेज में आत्मविश्वास मिला। ग्यारहवाँ, युवा खिलाड़ियों को यह अनुभव भविष्य में बड़े टॉर्नामेंट में मदद करेगा। बारहवाँ, कोचिंग टीम ने इस पारी को एक केस स्टडी बना कर आगे के रणनीति में उपयोग कर सकता है। तेरहवाँ, इस रिकॉर्ड को देखते हुए हमें फैन बेस को भी बढ़ाने का मौका मिला। चौदहवाँ, मीडिया ने इस पारी को बड़े सम्मान के साथ कवर्ड किया। पंद्रहवाँ, अंत में, यह साफ है कि भारतीय महिला क्रिकेट की पावर और स्थिरता दोनों ही अभूतपूर्व हैं।
Prashant Jain
अक्तूबर 24, 2025 AT 16:18बिल्कुल उचित, इस जीत में शॉट चयन की कमी नहीं दिखी।
DN Kiri (Gajen) Phangcho
अक्तूबर 25, 2025 AT 11:53चलो टीम, आपका उत्साह अगली मैच में भी बना रहे! इस जीत ने न सिर्फ स्कोरबोर्ड पर बल्कि दिलों में भी जगह बनाई है। छोटी‑छोटी जीतें बड़ी जीत की नींव बनती हैं, इसलिए हर एक सिक्स को सराहना चाहिए। याद रखें, समन्वय और विश्वास ही ऐसी उच्च लक्ष्य को प्राप्त करने की कुंजी है। आगे भी इसी ऊर्जा के साथ खेलते रहें, और नई पीढ़ी को प्रेरित करते रहें। आप सभी को बधाई और शुभकामनाएँ!
Yash Kumar
अक्तूबर 26, 2025 AT 06:28इस पारी को देखते हुए, मुझे लगता है कि आंकड़े हमेशा सच्चाई नहीं बताते। कई बार एक टीम का प्ले इंटेंशन और मौज‑मस्ती स्कोर से बाहर रहती है। फिर भी, दर्शकों ने इस ऊर्जा को महसूस किया और वही असली जीत थी। तो, अगली बार हम शायद कुछ अलग रणनीति देखेंगे, शायद स्पिनर्स को अधिक रोल मिलेगा। ये सब परिवर्तन खेल को रोचक बनाते हैं।
Aishwarya R
अक्तूबर 27, 2025 AT 02:03सच में, रावल का डेब्यू अभूतपूर्व था। उनकी तकनीक और सतर्कता ने टीम को नई दिशा दी।
Vaidehi Sharma
अक्तूबर 27, 2025 AT 21:38वाह! क्या शानदार टीम पर्फॉर्मेंस था 😊
Jenisha Patel
अक्तूबर 28, 2025 AT 17:13भविष्य में इस स्तर की पारी देखना अत्यंत उत्साहजनक रहेगा; यह दर्शाता है कि भारतीय महिला क्रिकेट ने तकनीकी और रणनीतिक दोनों पहलुओं में प्रगति की है।
Raj Chumi
अक्तूबर 29, 2025 AT 12:48वाकई शानदार!