इलेक्ट्रिक वाहन – भारत का नया चलन

इलेक्ट्रिक कारें अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रही। हर रोज़ सड़क पर एक नई इलेक्ट्रिक मॉडल दिखाई देती है, और लोगों की रुझान भी बदल रहा है. अगर आप सोच रहे हैं कि इस बदलाव में आपका क्या रोल हो सकता है, तो यह लेख आपके लिए सही जगह है.

इलेक्ट्रिक वाहन क्यों?

पहला कारण है पेट्रोल‑डिज़ल की कीमतों का लगातार बढ़ना। जब गैसोलिन महँगा हो जाता है, तब इलेक्ट्रिक कार चलाने से पैसे बचते हैं. दूसरा, पर्यावरण के लिए ये बेहतर विकल्प हैं – कोई धुआँ नहीं, शोर कम और CO2 उत्सर्जन घटता है. तीसरा, सरकार की नीतियों में बदलाव ने खरीदारों को टैक्स रिबेट, सब्सिडी और चार्जिंग इंफ़्रास्ट्रक्चर का वादा किया है.

इन सबके अलावा बैटरी तकनीक भी तेज़ गति से सुधर रही है. लिथियम‑आयन बैटरियों की क्षमता पिछले पाँच साल में लगभग 30% बढ़ गई है, जिससे रेंज अब 250 किमी से लेकर 600 किमी तक हो सकती है. चार्जिंग टाइम भी घटा; फास्ट चार्जर पर 15-20 मिनट में 80% तक पावर मिलती है.

बाजार में क्या नया?

वर्तमान में भारतीय बाजार में टाटा, महिंद्रा, और हीरो जैसी घरेलू ब्रांडों के साथ-साथ टेस्ला, बीएमडब्ल्यू जैसे विदेशी ब्रांड भी अपना पैर जमा रहे हैं. टाटा ने ‘नेक्सन इफ़िकस’ लॉन्च किया है जिसमें 500 किमी की रेंज वॉरंटी है, जबकि महिंद्रा का ‘इलेक्ट्रो एवरिस’ शहर के अंदर दैनिक उपयोग के लिए बनाया गया है.

अगर आप दोपहिया पसंद करते हैं तो ओला और बायजु जैसे निर्माता सस्ती ई‑स्कूटर और मोटरसाइकिल पेश कर रहे हैं. इनकी कीमत 70,000 से 1,50,000 रुपये तक रहती है, जिससे मध्यम वर्ग भी आसानी से खरीद सकता है.

चार्जिंग नेटवर्क के मामले में भारत सरकार ने ‘फास्ट चार्जिंग हब’ योजना शुरू की है। अब हर बड़े शहर में कम से कम एक हाई‑स्पीड स्टेशन उपलब्ध होगा. निजी कंपनियों जैसे टाटा पावर, ओला एंजिन आदि भी अपनी खुद की स्टेशनों का निर्माण कर रही हैं.

इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय कुछ बातों को ध्यान में रखें: बैटरी वॉरंटी कितनी है, सर्विस सेंटर कहाँ हैं, और क्या आपका घर या ऑफिस पर चार्जिंग सेट‑अप संभव है. इन सवालों के जवाब मिलते ही आप सही मॉडल चुन सकते हैं.

संक्षेप में, इलेक्ट्रिक वाहन सिर्फ ट्रेंड नहीं बल्कि एक स्थायी बदलाव की शुरुआत है. अगर आप अब भी संकोच कर रहे हैं तो याद रखें – आज का निवेश कल की बचत बनता है. इस टैग पेज पर मिलने वाले लेखों को पढ़ें, नई मॉडल्स के रिव्यू देखें और अपने अगले सफ़र को इलेक्ट्रिक बनाएं.

यूरोपीय संघ ने चीन में बने टेस्ला ईवी पर टैरिफ में की बड़ी कटौती

यूरोपीय संघ ने चीन में बने टेस्ला ईवी पर टैरिफ में की बड़ी कटौती

यूरोपीय संघ ने चीन में बने टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहनों पर प्रस्तावित टैरिफ में एक महत्वपूर्ण कटौती की घोषणा की है। यह निर्णय ईवी को गोद लेने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। यह कदम टेस्ला को यूरोपीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

और देखें