विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025: बांग्लादेश पर जमी के बाद भारत की संभावनाएं

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025: बांग्लादेश पर जमी के बाद भारत की संभावनाएं अक्तू॰, 1 2024

कानपुर में जीत ने खोली संभावनाओं के द्वार

भारत की क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 की श्रृंखला जीतकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने के अपने रास्ते को मजबूत कर लिया है। कानपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट में बारिश और गीले मैदान के बावजूद भारत की जीत ने उनकी स्थिति को और मज़बूत किया है। इस जीत के साथ ही उन्होंने WTC अंक तालिका में शीर्ष स्थान बनाए रखा है, जिसमें 11 मैचों में से आठ जीत, दो हार और एक ड्रॉ शामिल है। भारत का पॉइंट्स प्रतिशत (PCT) 74.24 हो गया है, जिससे उनकी फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।

आगे का सफर और संभावनाएं

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह सुनिश्चित करने के लिए भारत को अपने आगामी आठ मैचों में से तीन टेस्ट जीतने होंगे। आगामी तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला न्यूजीलैंड के खिलाफ 16 अक्टूबर से शुरू हो रही है, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यदि भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से जीत जाता है, तो वह अपनी जगह फाइनल में पक्की कर लेगा, भले ही उसका ऑस्ट्रेलिया दौरे का परिणाम कुछ भी हो।

प्रतिस्पर्धा में कौन?

फाइनल में पहुंचने की होड़ में भारत के मुख्य प्रतिस्पर्धी ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका हैं, जिनके पॉइंट्स प्रतिशत क्रमशः 62.50 और 55.56 हैं। न्यूजीलैंड श्रृंखला के बाद, भारत दिसंबर में सीमा-गावस्कर श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा, जो इस चक्र की अंतिम श्रृंखला होगी।

कानपुर में दूसरा टेस्ट: इतिहास में दर्ज

कानपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने अपनी आक्रामक रणनीति का भरपूर लाभ उठाया। उन्होंने केवल 34.4 ओवरों में 285 रन बनाकर पारी घोषित कर दी, जिससे उन्हें 52 रनों की बढ़त मिल गई। इस दौरान भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन बनाने के रिकॉर्ड बनाए। बचाव के सभी रिकॉर्ड भी भारतीय खिलाड़ियों के नाम ही रहे। यशस्वी जायसवाल ने 71, केएल राहुल ने 68 रनों की बेहतरीन पारियां खेलीं, जब कि विराट कोहली (47), शुभमन गिल (39) और रोहित शर्मा (23) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गेंदबाजों का प्रदर्शन

दूसरी पारी में बांग्लादेश की टीम केवल 120 रन जोड़ सकी और 146 रनों पर सिमट गई। भारत के गेंदबाजों ने इस पारी में मुख्य भूमिका निभाई, जिसमें जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा का शीर्ष प्रदर्शन रहा। अंतिम लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने सिर्फ 17.2 ओवरों में 95 रनों का लक्ष्य संरक्षित किया और केवल दो विकेट के नुकसान पर जीत दर्ज की। इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने अपना दूसरा लगातार अर्धशतक जड़ा।

कप्तान और कोच का आत्मविश्वास

कप्तान और कोच का आत्मविश्वास

भारत के कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर का मानना था कि यदि उन्हें मौसम से राहत मिलती है, तो वे जीत सकते हैं। उनकी इस विश्वास ने टीम को नई ऊर्जा दी और खिलाड़ी सुधारित परिस्थितियों का भरपूर फायदा उठाते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहे।