पेरिस ओलंपिक 2024: भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में, ब्रिटेन को 4-2 से हराया
अग॰, 5 2024प्रेरणादायक प्रदर्शन और ऐतिहासिक जीत
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एक बार फिर से अपने इतिहास को दोहराने की ओर कदम बढ़ाया है। पेरिस ओलंपिक 2024 के क्वार्टर फाइनल मैच में भारत ने ग्रेट ब्रिटेन को 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम के खिलाडियों में जोश और जुनून देखने को मिला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपने सातवें गोल के जरिये भारतीय समर्थकों का दिल जीत लिया। यह गोल पेनाल्टी कॉर्नर से आया और भारत ने शुरुआती बढ़त बना ली।
हालांकि, मुसीबतें भी कम नहीं थीं। मैच के दौरान अमित रोहिदास को रेड कार्ड मिलने के बाद भारतीय टीम को 10 खिलाडियों के साथ ही खेलना पड़ा। इसके बावजूद भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल और प्रदर्शन काबिल-ए-तारीफ था। ग्रेट ब्रिटेन ने पहले हाफ के अंत में स्कोर बराबर कर दिया, और मैच का स्कोर 1-1 रहा।
पेनाल्टी शूटआउट में विजय
रेगुलेशन समय समाप्त होने पर मैच का विजेता निर्णय करने के लिए पेनाल्टी शूटआउट की आवश्यकता पड़ी। भारतीय गोलकीपर ने इस दौरान अद्वितीय प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने चार गोल किए, जबकि ग्रेट ब्रिटेन केवल दो गोल ही कर सका। इस प्रकार भारत ने 4-2 से जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली।
यह जीत भारतीय हॉकी इतिहास में एक और सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज हो गई। भारतीय टीम पिछले ओलंपिक में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीत चुकी है और अब दूसरी बार लगातार पदक जीतने की ओर अग्रसर है।
कप्तान हरमनप्रीत का नेतृत्व
भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में बेहद प्रभावी रहा है। उनके नेतृत्व और पेनाल्टी कॉर्नर से गोल करने की क्षमता ने टीम को मुश्किल परिस्थितियों में भी मजबूत बनाए रखा। इस मैच में भी उन्होंने पेनाल्टी कॉर्नर से गोल करके टीम को बढ़त दिलाई और उनका आत्मविश्वास बढ़ाया।
सेमीफाइनल की तैयारी
अब भारतीय टीम सेमीफाइनल में जर्मनी या अर्जेंटीना से भिड़ेगी। दोनों ही टीमें मजबूत और अनुभवशील हैं, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और अपना सर्वश्रेष्ठ देने का जुनून निश्चित रूप से उनके लिए मददगार साबित होगा। टीम के कोच और स्टाफ भी खिलाड़ियों की ताकत और कमजोरियों पर ध्यान दे रहे हैं ताकि सेमीफाइनल में भारतीय टीम अपना 100% दे सके।
भारतीय हॉकी के लिए नई उम्मीदें
यह विजय केवल जीत नहीं है, यह भारतीय हॉकी के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा भी है। भारतीय हॉकी टीम ने एक नया मुकाम हासिल किया है और दुनिया को दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। भारतीय टीम की यह जीत निश्चित रूप से अगले दौर के लिए प्रेरणा बनेगी और हमें उम्मीद करनी चाहिए कि वे फाइनल तक का सफर तय करेंगे और देश को गर्व महसूस कराएंगे।
अभी तक के प्रदर्शन से भारतीय हॉकी टीम ने यह साबित कर दिया है कि उनके पास सकारण और सक्षम खिलाड़ी हैं, जो किसी भी परिस्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं। उनके लिए अब केवल जीत ही नहीं, बल्कि शानदार खेल और अनुशासन भी महत्वपूर्ण हैं।