प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया, जुड़ाव में वृद्धि

प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया, जुड़ाव में वृद्धि

अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच उल्लेखनीय मेट्रो विस्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 सितंबर, 2024 को एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो रेल विस्तार के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस नए विस्तार ने दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी में असाधारण सुधार किया है। उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने हरी झंडी दिखाकर गांधीनगर के सेक्टर 1 स्टेशन से GIFT सिटी तक की यात्रा का आरंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे।

मेट्रो यात्रा का रोमांच

प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो यात्रा के दौरान छात्रों और अन्य यात्रियों से बातचीत की, जिससे उन पर एक गहरा प्रभाव पड़ा। यह नया चरण 21 किलोमीटर तक फैला हुआ है और इसमें आठ नए स्टेशन शामिल हैं। यह यात्री सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान करेगा और यात्रा को और भी सुविधाजनक बना देगा।

परियोजना की लागत और फंडिंग

गुजरात मेट्रो रेल निगम (GMRC) द्वारा राज्य और केंद्र सरकारों के सहयोग से विकसित यह परियोजना, आंशिक रूप से AFD और KfW जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के ऋण द्वारा वित्तपोषित है। इस परियोजना की कुल लागत ₹5,384 करोड़ है।

कुशल और तेज परिवहन सेवा

यह विस्तारित मार्ग कुछ प्रमुख स्थानों को जोड़ता है जैसे गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (GNLU), पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय (PDEU), GIFT सिटी, रायसन, रांदेसन, ढोलाकुवा, इन्फोसिटी, और सेक्टर-1। इस विस्तार से अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। जहां पहले यात्रियों को मुख्यत: सडक के माध्यम से लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, अब वे APMC और GIFT सिटी के बीच एक घंटा से भी कम समय में यात्रा कर सकते हैं और इसका किराया मात्र ₹35 होगा।

व्यापक प्रभाव

यह विकास केवल परिवहन सुविधाओं में सुधार नहीं करेगा बल्कि बिजनेस और व्यापारिक गतिविधियों को भी गति प्रदान करेगा। इससे न केवल छात्रों और कर्मचारियों को फायदा होगा बल्कि आम नागरिकों के लिए भी यात्रा की आसानी बढ़ेगी।

परियोजना का महत्व

अहमदाबाद के दो मेट्रो कॉरिडोर में यह विस्तार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मेट्रो लाइन की कुल संचालन लंबाई अब 33.5 किलोमीटर हो गई है जो अहमदाबाद के वसावा में APMC से गांधीनगर के सेक्टर-1 तक फैली हुई है। इस दूरी को कवर करने के लिए अब मात्र 65 मिनट का समय लगेगा जो एक बहुत बड़ी सुविधा है।

इस नई सुविधा के साथ, राज्य के अगरणी नेताओं ने जनता को एक सुव्यवस्थित, कुशल और तेज परिवहन सेवा प्रदान करने की वचनवद्धता दोहराई है। यह मेट्रो विस्तार केवल गुजरात की क्षमता को बढ़ावा नहीं देगा बल्कि इसे एक विकासशील और आधुनिक राज्य के रूप में स्थापित भी करेगा।

18 टिप्पणि

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    Khaleel Ahmad

    सितंबर 19, 2024 AT 08:30
    ये मेट्रो वाकई बदलाव ला रही है अहमदाबाद और गांधीनगर के लिए
    अब ऑफिस जाने में घंटों नहीं बिताने पड़ेंगे
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    Shruti Singh

    सितंबर 21, 2024 AT 01:01
    इस तरह के प्रोजेक्ट्स ही देश को आगे बढ़ाते हैं और नेताओं को याद रखते हैं!
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    Liny Chandran Koonakkanpully

    सितंबर 22, 2024 AT 10:19
    अरे भाई ये सब तो बस चुनावी नाटक है... अगले साल फिर कोई नया नाम लेकर आएंगे 😤
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    Anupam Sharma

    सितंबर 23, 2024 AT 11:34
    लेकिन क्या हुआ अगर इसका इस्तेमाल करने वाले लोग अभी भी बिना टिकट के चले जाते हैं? इन्फ्रास्ट्रक्चर तो बन गया पर नैतिकता कहाँ है? क्या हम अभी भी भारत के बारे में सोच रहे हैं या सिर्फ नए नए स्टेशन?
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    Pooja Mishra

    सितंबर 24, 2024 AT 10:03
    यह विस्तार एक ट्रांसफॉर्मेटिव इंफ्रास्ट्रक्चर इनिशिएटिव है जो ट्रांसपोर्ट इकोसिस्टम को डिजिटली इंटीग्रेट करता है और लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को एम्पलीफाई करता है। इसके साथ एमपीसी और गिफ्ट सिटी के बीच की ट्रिप टाइम ऑप्टिमाइज़ हो गया है। यह एक एक्सपोनेंशियल ग्रोथ मॉडल है।
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    Payal Singh

    सितंबर 24, 2024 AT 19:13
    मैंने आज सुबह इस नए लाइन पर सफर किया... बच्चों को देखकर दिल भर गया। इस तरह के प्रोजेक्ट्स वाकई लोगों की जिंदगी बदल देते हैं। बहुत बहुत धन्यवाद!
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    avinash jedia

    सितंबर 25, 2024 AT 07:45
    हाँ बस इतना ही नहीं बनाना चाहिए, बल्कि इसे ठीक से चलाना भी जरूरी है। जब तक स्टेशन पर टॉयलेट नहीं होगा, ये सब बकवास है।
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    Kunal Sharma

    सितंबर 26, 2024 AT 04:59
    इस परियोजना के तहत जो बजट खर्च हुआ है उसका एक भी रुपया बेकार नहीं गया। यह एक ऐसा निवेश है जो अगले पीढ़ियों के लिए एक अटूट आधार बनेगा। आप जिस तरह से एक राज्य की पहचान बदल रहे हैं, वह देखकर मुझे गर्व होता है। यह केवल एक मेट्रो नहीं, यह एक नई पहचान है।
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    Raksha Kalwar

    सितंबर 26, 2024 AT 13:51
    गुजरात मेट्रो रेल निगम के द्वारा लागत नियंत्रण और समय पर पूरा किए जाने का उदाहरण है। यह परियोजना देश के लिए एक मॉडल है।
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    himanshu shaw

    सितंबर 27, 2024 AT 10:28
    क्या आपने कभी सोचा है कि इस रकम को कितने स्कूलों और अस्पतालों के लिए खर्च किया जा सकता था? यह सब केवल दिखावा है। जनता को धोखा दिया जा रहा है।
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    Rashmi Primlani

    सितंबर 28, 2024 AT 20:58
    इस विस्तार ने गांधीनगर और अहमदाबाद के बीच की दूरी को न केवल भौतिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी घटा दिया है। छात्रों, कर्मचारियों और व्यापारियों के लिए यह एक बड़ी जीत है। यह एक सामाजिक न्याय का उदाहरण है।
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    harsh raj

    सितंबर 29, 2024 AT 04:44
    मैंने आज अपने बेटे को इस मेट्रो से ले जाकर देखा। उसकी आँखों में चमक थी। यह बस एक ट्रेन नहीं है... यह एक सपना है जो सच हो रहा है।
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    Prakash chandra Damor

    सितंबर 30, 2024 AT 16:04
    क्या इसके बाद भी बसों की संख्या कम हो जाएगी या इसे बसों के साथ जोड़ा जाएगा
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    Rohit verma

    सितंबर 30, 2024 AT 20:47
    बहुत बढ़िया! अब यात्रा करना बहुत आसान हो गया है। ये तो जीवन बदल देने वाली बात है 😊
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    Arya Murthi

    अक्तूबर 2, 2024 AT 14:54
    मैं इस लाइन को हर दिन यूज़ करता हूँ। अभी तक कोई देरी नहीं हुई। बहुत अच्छा काम किया है।
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    Manu Metan Lian

    अक्तूबर 3, 2024 AT 14:11
    इस परियोजना का विश्लेषण करने के लिए एक विशेषज्ञ की आवश्यकता है। यह केवल एक निर्माण नहीं है, यह एक राष्ट्रीय अभियान है जिसके लिए नीतिगत दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
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    Debakanta Singha

    अक्तूबर 4, 2024 AT 22:16
    अगर यह लाइन सच में इतनी अच्छी है तो फिर गांधीनगर में बसों के लिए बस स्टॉप नहीं बदले? कुछ तो गड़बड़ है।
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    swetha priyadarshni

    अक्तूबर 5, 2024 AT 17:31
    मैं दक्षिण भारत से हूँ और इस तरह की विकास योजनाओं को देखकर मुझे बहुत प्रभावित हुआ। यह सिर्फ एक मेट्रो नहीं है, यह एक सांस्कृतिक और आर्थिक एकीकरण का प्रतीक है। जब गांधीनगर और अहमदाबाद एक हो जाते हैं, तो यह भारत की आत्मा को दर्शाता है। इस तरह के प्रोजेक्ट्स के लिए गुजरात को बधाई।

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