शिखर धवन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की: आपकी यादों में बसा एक सुनहरा अध्याय

शिखर धवन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की: आपकी यादों में बसा एक सुनहरा अध्याय अग॰, 24 2024

शिखर धवन का संन्यास : एक युग का अंत

भारतीय क्रिकेट के लिए यह शनिवार एक महत्वपूर्ण दिन था जब दिग्गज क्रिकेटर शिखर धवन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 38 वर्षीय धवन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने अपने करियर की प्रमुख घटनाओं को स्मरण किया और इस दौरान मिले प्यार और समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद किया।

धवन का करियर और योगदान

धवन ने 2010 में विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। अपने लंबे व शानदार करियर में उन्होंने 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले। धवन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 से अधिक रन बनाए जिसमें 24 शतक शामिल हैं - 17 वनडे में और 7 टेस्ट में।

शिखर धवन की उपलब्धियां सिर्फ उच्चांक तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि वे विकेट के दोनों ओर अपने आक्रामक बल्लेबाजी शैली के लिए प्रसिद्ध थे। 2013 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम के लिए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 5 मैचों में 363 रन बनाए जो कि टूर्नामेंट में सबसे अधिक थे।

शिविर से लेकर संन्यास तक की यात्रा

शिखर धवन की क्रिकेट यात्रा में उनके परिवार और कोचों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने विशेष रूप से अपने बचपन के कोच स्वर्गीय तारक सिन्हा और मदन शर्मा का नाम लिया जिनकी देखरेख में उन्होंने खेल के बुनियादी सिद्धांत सीखे। धवन ने अपने साथियों और बीसीसीआई के साथ ही दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) का भी आभार व्यक्त किया।

धवन ने बताया कि उन्होंने यह फैसला पूरी सुकून के साथ लिया है और वे हमेशा उन खूबसूरत पलों को याद करेंगे जो उन्होंने भारतीय टीम के साथ बिताए हैं। धवन का आखिरी मैच दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ एक वनडे श्रृंखला में था।

शिखर धवन का संन्यास : भावुक संदेश

धवन ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में एक सपना देखा था भारतीय टीम के लिए खेलना और वह उसे पूरा करके बेहद खुश हैं। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा, “मैंने हमेशा भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखा और मुझे खुशी है कि मैं इस सफर में सफल रहा। मुझे मिले प्यार और समर्थन के लिए मैं सभी का दिल से धन्यवाद करता हूं।”

धवन ने इस निर्णय को लेकर कहा कि वे अपने फैसले से संतुष्ट हैं और अपने बीते हुए सुनहरे करियर को गर्व के साथ देखते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनका क्रिकेट से लगाव कभी खत्म नहीं होगा और वे इस खेल के हर पहलू का आनंद लेते रहेंगे।

धवन का क्रिकेट की दुनिया में योगदान

धवन का करियर न केवल उनके आक्रामक बल्लेबाजी के लिए याद किया जाएगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में उनके योगदान के लिए भी सराहा जाएगा। उन्होंने अपनी बेहतरीन फॉर्म और कर्तव्यनिष्ठा से भारतीय क्रिकेट को सशक्त बना दिया है। उनकी उपलब्धियाँ और प्रदर्शन युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में शिखर धवन हमेशा एक खास जगह बनाए रहेंगे। उनका खेल के प्रति समर्पण और उनके यादगार क्षण हमेशा लोगों की यादों में जीवित रहेंगे।