
मिथुन मानहास बनें BCCI के नए अध्यक्ष, जम्मू‑कश्मीर में जश्न
मिथुन मानहास को 28 सितंबर 2025 को BCCI का नया अध्यक्ष चुना गया, जिससे जम्मू‑कश्मीर में खेल के क्षेत्र में नई ऊर्जा और अवसर जागेगा।
और देखेंजब बात जम्मू‑कश्मीर, हिमालय की तलहटी में स्थित एक संवेदनशील राज्य, जिसका इतिहास, भू‑राजनीति और प्राकृतिक सौंदर्य बहुत विविध है. Also known as जम्मू व कश्मीर, it influences India’s security, tourism and cultural identity. इस लेख में हम जम्मू‑कश्मीर की प्रमुख गतियों को समझेंगे और नीचे दिया गया कंटेंट किस तरह मदद करेगा, यह बताएँगे।
पर्यटन, स्थानीय आय, रोजगार और बुनियादी ढाँचा विकसित करने वाला प्रमुख सेक्टर जम्मू‑कश्मीर में पाई जा रही है। हर साल लाखों पर्यटक डल लेक, पोंगाच़ी और गुलमर्ग जैसे स्थल देखते हैं, जिससे होटल, रेस्टोरेंट और ट्रांसपोर्ट में रोजगार बनता है। इस सेक्टर की वृद्धि सीधे क्षेत्र के कृषि उत्पादों की मांग को भी बढ़ाती है, क्योंकि स्थानीय रेस्तरां में कश्मीरी पैन और हरी सब्ज़ियों की माँग बढ़ती है। पर्यटन के विकास से पर्यावरणीय संरक्षण की जरूरत भी सामने आती है, इसलिए सरकार के पहल जैसे लैंडस्केप प्रोटेक्शन प्लान को समझना जरूरी है।
कृषि, सिंची की प्रमुख फसलें जैसे बैगन, आलू और शहतूत, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता देती हैं भी पर्यटन के साथ जुड़ी हुई है। बर्फ़ीले मौसम में ज़मीन के ऊपरी भाग पर सिचाई के तरीकों से फसलें उगाई जाती हैं, जबकि valleys में सर्दियों के ऊपर फलों की पैदावार होती है। कृषि उत्पादन में सुधार से किसानों की आय बढ़ती है और इससे क्षेत्र में सामाजिक स्थिरता आती है। इसके साथ ही जल-प्रबंधन, बीज चयन और आधुनिक तकनीकें जैसे ड्रिप इरिगेशन क्षेत्र की खेती को सशक्त बनाते हैं।
राजनीति, स्थानीय शासन, केन्द्र‑राज्य संबंध और सुरक्षा चुनौतियों का जटिल ताना‑बाना जम्मू‑कश्मीर को समझना बिना राजनीतिक परिप्रेक्ष्य के अधूरा है। चुनाव, स्वायत्तता अधिनियम और सुरक्षा संचालन सभी मिलकर इस क्षेत्र के विकास को प्रभावित करते हैं। जब सरकार नई नीतियाँ लाती है, तो वे पर्यटन और कृषि दोनों को सीधे असर करती हैं। उदाहरण के तौर पर, एक नई नियमितीकरण नीति से विदेशी निवेश को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे होटल निर्माण और कृषि कार्यप्रणाली दोनों को लाभ पहुँचेगा।
संस्कृति, कश्मीरी संगीत, नृत्य, शिल्प और भाषा जो इस क्षेत्र की पहचान को परिभाषित करते हैं भी इन सभी क्षेत्रों से जूड़ी हुई है। कश्मीरी भाषा, पाक कला और हाथ‑काम के उत्पाद स्थानीय पर्यटन को आकर्षित करते हैं और साथ ही स्थानीय लोगों की सामाजिक पहचान को सुदृढ़ बनाते हैं। जब कोई पर्यटक कश्मीरी सुफ़ी संगीत सुनता है या पाख़ स्वेटर खरीदता है, तो वह न केवल आर्थिक लाभ देता है बल्कि सांस्कृतिक आदान‑प्रदान को भी बढ़ावा देता है। इसलिए सांस्कृतिक संरक्षण नीतियों को अपनाना, स्थानीय कलाकारों को समर्थन देना और शिक्षा में भाषा को प्राथमिकता देना, सभी मिलकर समग्र विकास में योगदान देते हैं।
अब तक हमने देखी कि जम्मू‑कश्मीर के पर्यटन, कृषि, राजनीति और संस्कृति परस्पर किस तरह असर डालते हैं और किस प्रकार वे एक‑दूसरे को सुदृढ़ करते हैं। आगे नीचे दी गई सूची में आप उन खबरों, विश्लेषणों और विशेषज्ञ राय को पाएँगे जो इन पहलुओं को अलग‑अलग तरीके से उजागर करती हैं – चाहे वह खेल‑सम्बंधित अपडेट हो, नई तकनीकी पहल हो या सामाजिक‑आर्थिक रिपोर्ट हो। इस संग्रह को पढ़ते हुए आप Jammu‑Kashmir की विविधता और चुनौतियों को गहराई से समझ पाएँगे।
मिथुन मानहास को 28 सितंबर 2025 को BCCI का नया अध्यक्ष चुना गया, जिससे जम्मू‑कश्मीर में खेल के क्षेत्र में नई ऊर्जा और अवसर जागेगा।
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