शुभ मुहूर्त - आज का सबसे अनुकूल समय

क्या आप कभी सोचे हैं कि कुछ काम ठीक समय पर करने से सफलता दुगनी हो जाती है? यही बात शुभ मुहूर्त की है। यह वह क्षण होता है जब ग्रहों की स्थिति आपके कार्य को सकारात्मक ऊर्जा देती है। इस लेख में हम आज के मुख्य शुभ समय, उनका असर और उन्हें कैसे पकड़ें, सरल शब्दों में बताएँगे।

आज के प्रमुख शुभ समय

आज (28 जुलाई 2025) सावन का तीसरा सोमवार है, इसलिए चंद्रमा, मंगल और गुरु की विशेष स्थिति प्रेम‑जीवन को उज्ज्वल बनाती है। अगर आप शादी या प्रपोज़ल की योजना बना रहे हैं तो दोपहर के बाद 2:30 से 4:00 बजे तक का समय सबसे उपयुक्त रहेगा। इस दौरान बात‑चीत में सच्चाई और भावनात्मक जुड़ाव मजबूत होता है।

काम‑काज के लिए सुबह 9:15 से 10:45 बजे का खिड़की खोल कर बैठना फायदेमंद रहता है। यह समय शनि‑शुक्र की सहयोगी स्थिति से प्रोजेक्ट या मीटिंग में स्पष्टता मिलती है। छोटे‑बड़े निर्णय यहाँ जल्दी ले सकते हैं और परिणाम बेहतर आते हैं।

शुभ मुहूर्त कैसे देखें

सबसे पहले अपने जन्म कुंडली के आधार पर कौन-सा ग्रह आपके लिये शक्ति देता है, यह जानें। अगर आपका लग्न या प्रमुख घर मंगल‑प्रभावित है तो मंगल की दिक्‍केत समय चुनें; यदि शुक्र‑गुरु अधिक मददगार हैं तो उनका समय देखें। कई वेबसाइट और मोबाइल ऐप्स में ‘शुभ मुहूर्त’ सेक्शन रहता है जहाँ तारीख, समय और कार्य का उल्लेख होता है।

एक आसान तरीका यह है कि आप सूर्यास्त से पहले 30 मिनट और सूर्योदय के बाद 15 मिनट को “अवधि‑शुभ” मानें। इस दौरान घर साफ रखें, धूप में बैठकर हल्का योग करें – इससे ऊर्जा संतुलित रहती है और आपके कार्यों पर सकारात्मक असर पड़ता है।

ध्यान रहे, शुभ मुहूर्त केवल समय नहीं बल्कि आपका मन भी तैयार होना चाहिए। तनाव‑मुक्त रहें, लक्ष्य स्पष्ट रखें और फिर देखिए कैसे छोटी‑छोटी चीज़ें बड़ी सफलता में बदल जाती हैं। आज के शुभ क्षणों को अपनाकर आप अपने प्रेम, करियर या स्वास्थ्य में नई ऊर्जा महसूस करेंगे।

बसंत पंचमी 2025: पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सरस्वती पूजा की खबरें

बसंत पंचमी 2025: पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सरस्वती पूजा की खबरें

बसंत पंचमी या सरस्वती पूजा विद्या की देवी सरस्वती को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। वर्ष 2025 में, यह त्योहार 2 फरवरी को मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर पूजा का शुभ समय प्रातः 9:14 बजे से शुरू होकर अगले दिन प्रातः 6:52 बजे समाप्त होगा। लोग इस दिन पीले वस्त्र पहनते हैं और विविध सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।

और देखें