तेलंगाना स्थापना दिवस: क्यों है खास और कैसे मनाते हैं

अगर आप तेलुगु भाषा या दक्षिण भारत से जुड़े हैं तो यह तारीख आपके लिए बड़ी मायने रखती है। हर साल 2 जून को तेलंगाना राज्य का जन्मदिन माना जाता है, यानी जब इस क्षेत्र ने अपने अलग पहचान के साथ राज्‍य बनना शुरू किया। इस दिन परेड, सांस्कृतिक शो और कई सरकारी कार्यक्रम होते हैं जो लोगों को एकजुट करते हैं।

स्थापना दिवस का इतिहास

1990‑91 में तेलंगाना की अलगाव माँगें बहुत तेज़ हो गई थीं। आखिरकार 1 मई 2014 को, भारत के संविधान के 29वें संशोधन से यह नया राज्य बना। लेकिन आधिकारिक रूप से इसे मनाने की शुरुआत 2 जून को हुई जब पहली बार जलसा और पताकों का उत्सव हुआ। तब से हर साल सरकार ने इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाने का फैसला किया।

इतिहास में कई नेता, पत्रकार और आम लोग इस आंदोलन के पीछे थे। उनका मानना था कि तेलुगु भाषा, संस्कृति और विकास की जरूरतें अलग राज्य में बेहतर पूरी हो सकती हैं। यह भावना आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है, इसलिए हर साल इस दिन को बहुत उत्साह से मनाया जाता है।

2025 के मुख्य कार्यक्रम

इस वर्ष तेलंगाना सरकार ने कई आकर्षक इवेंट्स की घोषणा की है। राजधानी हैदराबाद में राजपथ पर रंगीन परेड होगी, जिसमें स्थानीय स्कूल और कॉलेज के बच्चों का हिस्सा रहेगा। साथ ही, प्रमुख मंदिरों और मस्जिदों में विशेष प्रार्थनाएँ आयोजित होंगी।

शहर के विभिन्न हिस्सों में संगीत महोत्सव, नृत्य प्रतियोगिताएं और खाद्य मेले लगेंगे। खास बात यह है कि इन कार्यक्रमों को ऑनलाइन भी देख सकते हैं, जिससे दूर-दराज़ से भी लोग जुड़ पाएंगे। अगर आप स्थानीय व्यंजन जैसे बिरयानी, हलीम या जामुनी चटनी का स्वाद लेना चाहते हैं तो फ़ूड स्टॉल जरूर देखें।

सुरक्षा के लिहाज़ से सरकार ने बड़े पैमाने पर पुलिस और सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है। भीड़ नियंत्रण और स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी तैयारी रहेगी, इसलिए आप बिना किसी चिंता के उत्सव का मज़ा ले सकते हैं।

अगर आपके पास समय हो तो इस अवसर पर तेलंगाना के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल—गोलकोंडा किला, चारमीनार और रत्नागिरी जलप्रपात—की सैर भी कर सकते हैं। ये जगहें आपको राज्य की संस्कृति और इतिहास से जोड़ेंगी।

इवेंट्स में भाग लेने वाले कलाकारों ने कहा कि यह दिन उन्हें अपनी पहचान दिखाने का मौका देता है। संगीत, नृत्य और कला के माध्यम से वे अपने दिल की बात जनता तक पहुंचाते हैं। इससे स्थानीय युवा भी प्रेरित होते हैं और नई ऊर्जा मिलती है।

अगर आप तेलंगाना में नहीं रहते लेकिन इस उत्सव को देखना चाहते हैं तो कई टीवी चैनल और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर लाइव कवरेज मिलेगा। सोशल मीडिया पर #TelanganaFoundationDay टैग से जुड़ कर आप रीयल‑टाइम अपडेट पा सकते हैं।

संक्षेप में, तेलंगाना स्थापना दिवस सिर्फ एक सरकारी छुट्टी नहीं है; यह लोगों की पहचान, संस्कृति और भविष्य की आशा का जश्न है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ बाहर निकलें, कार्यक्रम देखें और स्थानीय व्यंजन चखें।

तेलंगाना स्थापना दिवस: शानदार दसवीं वर्षगांठ समारोह का आयोजन, जानें पूरा कार्यक्रम

तेलंगाना स्थापना दिवस: शानदार दसवीं वर्षगांठ समारोह का आयोजन, जानें पूरा कार्यक्रम

आज 2 जून तेलंगाना के गठन का दसवां वर्षगांठ समारोह है। कांग्रेस सरकार का भव्य आयोजन करने की पूरी तैयारी है। यह समारोह गण पार्क में अमरावीरुला स्तूपम पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की श्रद्धांजलि के साथ शुरू होगा, जिसके बाद परेड ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आयोजन किया जाएगा। मुख्य मंत्री तेलंगाना के लोगों को संबोधित करेंगे और दिन का समापन आतिशबाजी से होगा।

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