तेलंगाना स्थापना दिवस: शानदार दसवीं वर्षगांठ समारोह का आयोजन, जानें पूरा कार्यक्रम
जून, 2 2024तेलंगाना का दसवां स्थापना दिवस: भव्य समारोह की तैयारियां पूरी
आज 2 जून का दिन तेलंगाना के लिए एक अहम दिन है, क्योंकि आज इस राज्य के गठन के दस साल पूरे हो रहे हैं। इस विशेष अवसर को भव्यता के साथ मनाने के लिए कांग्रेस सरकार ने कमर कस ली है और अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में यह समारोह बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है।
समारोह की शुरुआत सुबह 9:30 बजे गण पार्क में अमरावीरुला स्तूपम पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ होगी। इसके बाद परेड ग्राउंड में 10 बजे राज्य के राष्ट्रीय ध्वज को फहराया जाएगा। राज्य का आधिकारिक गाना 'जया जया हे तेलंगाना' का अनावरण भी इस मौके पर किया जाएगा, जिसे सुनकर सभी लोगों में उत्साह भर जाएगा।
मुख्यमंत्री का संबोधन और सम्मान समारोह
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी तेलंगाना के लोगों को संबोधित करेंगे और इस ऐतिहासिक दिन की महत्ता पर प्रकाश डालेंगे। इसके साथ ही, कांग्रेस की प्रमुख सोनिया गांधी का वीडियो संदेश भी इस अवसर पर प्रदर्शित किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से उत्कृष्ट कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों और तेलंगाना आंदोलन के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और आतिशबाजी
शाम को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शोभा और बढ़ जाएगी जब 700 कलाकारों का कार्निवाल और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आयोजन होगा। प्रमोटर्स ने यह वादा किया है कि ये कार्यक्रम दर्शकों में नयापन और उत्साह भर देंगे। इसके बाद टैंक बुँड के एक छोर से दूसरे छोर तक एक विशाल ध्वज यात्रा निकाली जाएगी, जो भाग लेने वाले सभी लोगों के लिए एक अविस्मरणीय क्षण बनेगी।
समारोह का समापन 10 मिनट की भव्य आतिशबाजी के साथ होगा, जो इस विशेष दिन को चमकदार बनाएगा। राज्य भर में लोग इस आयोजन का आनंद लेंगे और तेलंगाना के गौरव को और ऊंचाई पर ले जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को आमंत्रण
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को भी आमंत्रित किया गया है, हालांकि उनकी उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं, सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों के चलते कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सकेंगी, लेकिन उनका वीडियो संदेश सभी के दिलों को छूएगा।
तेलंगाना की यह दसवीं वर्षगांठ न केवल राज्य के निवासियों के लिए गर्व का अवसर है, बल्कि इस बात का प्रतीक भी है कि राज्य ने इन दस वर्षों में कितनी प्रगति की है और कितनी ऊचाइयों को छुआ है। राज्य के लोग इस ऐतिहासिक दिन को मनाने के लिए एकजुट हो रहे हैं और यह दिन निश्चित ही तेलंगाना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाएगा।