तूफान: भारत में मौसम की ताज़ा ख़बरें और असर

जब आसमान गहरा हो जाता है, हवाएँ तेज़ चलने लगती हैं और अचानक भारी बारिश शुरू होती है, तो हम सबको पता चलता है – एक तूफ़ान आने वाला है। ऐसा समय अक्सर हमारे दैनिक जीवन को बदल देता है, इसलिए इस लेख में हम समझेंगे कि तूफ़ान क्या होता है, भारत में हाल के कौन‑से बड़े तूफ़ान आए और आपको क्या करना चाहिए ताकि आप सुरक्षित रहें.

तूफान क्या है?

तूफ़ान एक तेज़ हवाओं वाला मौसमीय घटना है जिसमें वायुमंडलीय दबाव अचानक गिर जाता है। इस दौरान बड़बड़ाती हवाएँ, भारी बारिश और कभी‑कभी गरज-चमक भी होती है। जब समुद्री सतह पर गर्म पानी वायु को ऊँचा उठाता है तो वह चक्र बनता है – यही हम अक्सर ‘साइक्लोन’ या ‘ट्रोपिकल डिप्रेसन’ कहते हैं, जो भारत में तूफ़ान की रूपरेखा देता है.

तूफ़ानों का आकार अलग‑अलग हो सकता है। छोटे स्तर के सर्ज़ अक्सर एक दो दिन तक रहता है जबकि बड़े ट्रीगरों को कई दिनों तक समय लग जाता है। उनके रास्ते में बाढ़, पेड़ गिरना और बिजली की मार जैसी समस्याएँ पैदा होती हैं. इसलिए मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी करता है.

भारत में हाल के तूफ़ान

पिछले साल राजस्थान ने दो‑तीन बार डबल अलर्ट देखा। 20 जिलों में 25–30 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई, जिससे कई स्कूल बंद हुए और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया. इसी तरह उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी अचानक तेज़ बर्फबारी और ठंड का प्रकोप हुआ, जिससे सड़कों पर फिसलन बढ़ी.

दुर्भाग्यवश केवल मौसम ही नहीं, जलवायु परिवर्तन की वजह से तूफ़ानों की तीव्रता बढ़ रही है. अब साल भर में दो‑तीन बड़े तूफ़ान हमारे शहरों को प्रभावित कर रहे हैं – चाहे वो मुंबई के पास समुद्री बाढ़ हो या दिल्ली में अचानक तेज़ हवाएँ.

इन घटनाओं ने हमें सिखाया कि तैयारी ही कुंजी है. मौसम विभाग की वेबसाइट, रेडियो या एप्प से अलर्ट मिलते ही आप अपने घर और परिवार को सुरक्षित रखने के उपाय कर सकते हैं – जैसे खिड़कियों को बंद करना, जरूरी दस्तावेजों को जलरोधक बैग में रखना और निकासी मार्ग तैयार रखना.

अगर आप coastal area में रहते हैं तो सीवेज सिस्टम की स्थिति जाँचें और अपने घर के आसपास पेड़‑पौधे हटाएँ जो तूफ़ान में टूट सकते हैं. ग्रामीण इलाकों में नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को पानी के स्तर पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि अचानक जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा रहता है.

अंत में यह याद रखें कि तूफ़ान अस्थायी होते हैं लेकिन उनकी वजह से नुकसान हमेशा रह सकता है. सही जानकारी और समय पर कार्रवाई करके आप अपने जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं. तो अगली बार जब मौसम विभाग ‘तूफ़ान चेतावनी’ देगा, तो इसे गंभीरता से लें और तैयार रहें.

राजस्थान के 14 जिलों में तूफान और लू का डबल अलर्ट, कई शहर 46 डिग्री के पार

राजस्थान के 14 जिलों में तूफान और लू का डबल अलर्ट, कई शहर 46 डिग्री के पार

राजस्थान के 14 जिलों में मौसम विभाग ने तेज़ तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है, वहीं 5 शहरों में 46 डिग्री तक तापमान रहने की चेतावनी है। श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा 45.8°C दर्ज हुआ, साथ ही पश्चिमी संभागों में धूल भरी हवाओं की संभावना बनी हुई है।

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