RJD को सबसे ज्यादा वोट मिले, पर सिर्फ 25 सीटें; NDA ने 202 सीटें जीतीं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में RJD ने 23% वोट शेयर के साथ सबसे ज्यादा वोट पाए, लेकिन सिर्फ 25 सीटें जीतीं। NDA ने 202 सीटें हासिल कर जीत दर्ज की।
और देखेंअगर आप चाहते हैं कि देश‑विदेश की राजनीति समझ में आए, तो यह पेज आपके लिए बना है। यहाँ हम सरल भाषा में चुनाव परिणाम, पार्टी की रणनीति और नेताओं के प्रोफ़ाइल को बिंदु‑बिंदु बताते हैं। पढ़ते‑पढ़ते आपको ऐसा लगेगा जैसे किसी दोस्त से बात हो रही हो, ना कि कोई भारी लेख पढ़ रहे हों।
दिल्ली चुनाव 2025 में आतिशी ने रमेश बिधूडी को 3,500 वोटों से हराया, यह दिखाता है कि स्थानीय मुद्दे अभी भी जीत‑हार तय करते हैं। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की मुंबई अपील बताती है कि बड़े शहरों में गठबंधन का दबाव बढ़ रहा है। ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेडी और बीजेपी के बीच टक्कर ने फिर से दर्शाया कि दोहरी ताकतें कैसे वोटरों को बाँटती हैं। इन सभी उदाहरणों से साफ़ होता है कि हर राज्य की राजनीति अपनी विशेषताओं के साथ आगे बढ़ रही है।
किरोडी लाल मीना जैसे बीजेडी नेता अक्सर पार्टी की नीति को चुनौती देते हुए भी अपने क्षेत्र में मजबूत बने रहते हैं। पवन कल्याण का पिथापुरम जीत जनसेना के गठबंधन को नई दिशा देता है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी का ‘जय फिलिस्तीन’ नारा विवाद पैदा करता है लेकिन उनके विचारों की एक खास वर्ग में सराहना होती है। इन नेताओं की सोच और कार्यशैली को समझने से आप यह जान पाएँगे कि आने वाले चुनावों में कौन-सा मुद्दा प्रमुख हो सकता है।
राजनीति सिर्फ बड़े नामों या पार्टियों तक सीमित नहीं, बल्कि नीतियों के असर, विकास परियोजनाओं और जनता की उम्मीदों पर भी आधारित होती है। उदाहरण के तौर पर, केंद्र सरकार ने वैधवधन पोर्ट को 76,200 करोड़ रुपये में विकसित करने का फैसला किया—यह कदम न सिर्फ बुनियादी ढांचा मजबूत करता है बल्कि हजारों नौकरी भी पैदा करेगा। ऐसी पहलें दिखाती हैं कि राजनैतिक निर्णय सीधे लोगों की जिंदगी को प्रभावित करते हैं।
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आखिरकार, राजनीति का मतलब केवल वोटों की गिनती नहीं, बल्कि समाज के बदलते मूड को समझना भी है। यहाँ आपको वह सब मिलेगा—विचार, विश्लेषण और व्यावहारिक जानकारी। तो चलिए, राजनीति की इस यात्रा को साथ मिलकर शुरू करते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में RJD ने 23% वोट शेयर के साथ सबसे ज्यादा वोट पाए, लेकिन सिर्फ 25 सीटें जीतीं। NDA ने 202 सीटें हासिल कर जीत दर्ज की।
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2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में ऐतिहासिक लैंडस्लाइड जीत हासिल की। 84.7% की भारी भागीदारी के साथ 294 सीटों में से बहुमत के साथ जीती पार्टी, जबकि बीजेपी 77 सीटों के साथ मुख्य विपक्षी बनी। इस चुनाव में कांग्रेस और कम्युनिस्ट दलों की कोई जीत नहीं हुई।
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2025 के दिल्ली चुनाव में आतिशी ने बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 3,500 से अधिक मतों से हराकर कलकाजी सीट पर अपनी जीत बरकरार रखी। तीन बार के विधायक और पूर्व लोकसभा सांसद बिधूड़ी ने जबरदस्त चुनौती दी लेकिन अंततः मात खाई। इस मुकाबले ने AAP की पार्टी-व्यापी हानि के बीच आतिशी की जीत को खास बना दिया।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे मुंबई में बड़ी संख्या में एकत्र न हों। महायुति गठबंधन की ऐतिहासिक जीत के बाद उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने के लिए पार्टी के भीतर बढ़ते दबाव के बावजूद उन्होंने यह आग्रह किया। इस जीत के बावजूद, अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह अभी तय नहीं है।
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अनुरा कुमारा दिसानायके, एक 55 वर्षीय मार्क्सवादी नेता, श्रीलंका के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं, जिससे देश की राजनीतिक स्थिति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत मिलता है। उनका विजय श्रीलंका के आर्थिक संकट और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी दृढ़ नीतियों के कारण संभव हुआ है, जो जनता में बड़े पैमाने पर समर्थन प्राप्त कर चुकी है।
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72 वर्षीय किरोड़ी लाल मीणा, जो एक अनुभवी बीजेपी नेता हैं, राजस्थान की राजनीति में अपने विद्रोही स्वभाव और मजबूत उपस्थिति के लिए जाने जाते हैं। बीजेपी सरकार में रहते हुए भी वे अक्सर अपनी पार्टी की नीतियों के खिलाफ बोलते हुए नज़र आते हैं। उनकी इसी प्रभावशाली राजनीति के कारण वे हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं।
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यह लेख आगामी नवंबर चुनाव में डेमोक्रैटिक पार्टी द्वारा जो बिडेन की जगह नए उम्मीदवार को चुनने की संभावना पर चर्चा करता है। जून 27 को हुए एक टेलीविजन बहस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ कमजोर प्रदर्शन के बाद, डेमोक्रैटिक पार्टी के अंदर बिडेन की उम्मीदवारी को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं। हालांकि उन्होंने पार्टी की उम्मीदवारी के लिए पर्याप्त डेलीगेट्स जुटा लिए हैं, लेकिन अंतिम फैसला बिडेन के हाथ में है।
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एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान 'जय फिलिस्तीन' का नारा लगाकर विवाद को जन्म दिया। भाजपा सांसदों ने इसे अनुचित बताते हुए लोकसभा में जमकर विरोध किया। ओवैसी ने महात्मा गांधी के फिलिस्तीन समर्थन का हवाला देते हुए अपने नारे का बचाव किया।
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केंद्रीय कैबिनेट ने महाराष्ट्र के वधावन में एक प्रमुख ग्रीनफील्ड पोर्ट के विकास के लिए 76,200 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। यह पोर्ट भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे का हिस्सा होगा और इससे देश की कंटेनर हैंडलिंग क्षमता में वृद्धि होगी। यह परियोजना 12 लाख रोजगार सृजित करेगी और इसका पहला चरण 2030 में पूरा होगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन करने जा रहे हैं। यह नया कैंपस प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों के पास स्थित है, जिसे 2010 में नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत स्थापित किया गया था। यह निर्णय 2007 में फिलीपींस में हुए दूसरे पूर्वी एशिया समिट में लिया गया था।
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महाराष्ट्र के सांगली निर्वाचन क्षेत्र से नव निर्वाचित स्वतंत्र सांसद विशाल पाटिल ने कांग्रेस पार्टी को बिना शर्त समर्थन दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और औपचारिक समर्थन पत्र सौंपा। इसके अलावा, उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात की। यह कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मजबूती है।
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पवन कल्याण, जो जन सेना के प्रमुख और मशहूर अभिनेता हैं, ने पिथापुरम विधानसभा सीट को 70,354 वोटों के बड़े अंतर से जीता। यह जीत जन सेना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राज्यभर में 21 सीटों पर आगे चल रही है। TDP और जन सेना के गठबंधन का प्रभाव चुनाव परिणामों में स्पष्ट रूप से दिख रहा है, जिसमें TDP 133 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
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